नयी दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात रेडियो कार्यक्रम के 100वें एपिसोड की आलोचना करते हुए कहा कि वह चीनी घुसपैठ, नौकरी, महंगाई, सुरक्षा, अडाणी और महिला पहलवानों के अपमान जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चुप है. कांग्रेस के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि 'आज फेकू मास्टर स्पेशल है. मन की बात का 100वां दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. लेकिन यह चीन, अडाणी, बढ़ती आर्थिक असमानता, महंगाई, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले, महिला पहलवानों का अपमान, किसान संगठनों से किए गए वादों को पूरा न करना, कर्नाटक जैसे तथाकथित डबल इंजन राज्य सरकारों में भ्रष्टाचार, भाजपा से करीबी संबंध रखने वाले ठग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर मौन की बात है.'
उन्होंने कहा कि आईआईएम रोहतक मन की बात के प्रभाव पर कुछ डॉक्टरों का अध्ययन करता है, जबकि इसके निदेशक की अकादमिक साख पर खुद शिक्षा मंत्रालय ने सवाल उठाए हैं. पिछले वर्षों में, कांग्रेस उपरोक्त मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधती रही है और कहती रही है कि पीएम ने कोई जवाब नहीं दिया है. विशेष रूप से कांग्रेस अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जेपीसी जांच और निजी व्यवसायी गौतम अडाणी के साथ पीएम के कथित संबंधों की मांग करके भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाती रही है.
कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में बोम्मई सरकार पर भी निशाना साध रही है और आरोप लगा रही है कि वह सभी अनुबंधों पर 40 प्रतिशत कमीशन ले रही है. शिमोगा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को प्रधानमंत्री से उनके 2014 के वादे के बारे में सवाल किया, जिसमें उन्होंने प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियां सृजित करने और विदेशी बैंकों में जमा काला धन लाने के बाद प्रति खाता 15 लाख रुपये जमा करने का वादा किया था.
खड़गे ने कहा कि सरकारी रिक्तियों को क्यों नहीं भरा गया और युवा इतनी अधिक बेरोजगारी का सामना क्यों कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के प्रभारी एआईसीसी सचिव चंदन यादव ने भी मन की बात कार्यक्रम के प्रचार पर सवाल उठाया. यादव ने कहा कि मोनोलॉग ने 100 एपिसोड पूरे कर लिए हैं. करदाताओं के पैसे से इसका खुलेआम प्रचार किया जा रहा है. जनता का पैसा पीएम मोदी के प्रचार पर खर्च किया जा रहा है. जो निरंकुश होते हैं वे अपने मन की बात जनता पर थोपते हैं. सच्चे नेता जनता के मन की बात सुनते हैं. यह सब जनता की आवाज दबाने की साजिश है.
यादव राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र कर रहे थे, जिसके दौरान पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने 4,000 किलोमीटर लंबे कन्याकुमारी से कश्मीर मार्ग पर लोगों की समस्याएं सुनीं. मन की बात के 100वें एपिसोड पर सवाल उठाते हुए यादव के साथ दिल्ली कांग्रेस की नेता राधिका खेरा ने भी कहा कि जंतर मंतर पर धरना दे रही देश की पहलवान बेटियों के लिए पीएम को कम से कम 100 सेकेंड का समय देना चाहिए.
खेरा ने कहा कि आपने इन्हीं बेटियों द्वारा जीते गए पदकों का श्रेय लिया. अब आप उनका दर्द और मन की बात क्यों नहीं सुन रहे हैं. इसके एक दिन बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदर्शनकारी महिला पहलवानों से मुलाकात की, जो पिछले तीन महीनों से डब्ल्यूएफआई प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण सहारन सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही हैं. जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारी खिलाड़ियों से मुलाकात कर अपना समर्थन देने वाली रेप-रोधी कार्यकर्ता योगिता भयाना ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आपको न्याय मिलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी.