अहमदाबाद: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार को तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगें मान लेनी चाहिये. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा किसानों के हितों की उपेक्षा कर कुछ उद्योगपतियों के फायदे के लिये ये कानून लाई है.
सिसोदिया आगामी नगर निगम चुनाव के सिलसिले में रोड शो करने के लिये अहमदाबाद में हैं. उनका यह बयान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा शनिवार को आहूत राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के बीच आया है. सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में हाई अलर्ट है, लेकिन देशभर के किसानों के दर्द को समझा जा सकता है. मैंने देखा कि गुजरात के किसान भी (कृषि कानूनों) को लेकर अपने सुझाव रखने के लिये दिल्ली गए हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि यहां की जनता 25 साल के शासन से ऊब चुकी है. वह अब बदलाव चाहती है. हमारी सरकार ने दिल्ली में बहुत कायाकल्प किया है. वहां के स्कूल और अस्पतालों की हालत अब देखने वाली है.
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उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दा यह है कि भाजपा किसानों के हितों को किनारे रखकर उद्योगपतियों के फायदे के लिये ये कानून क्यों लेकर आई? और अगर भाजपा सोचती है कि कानून किसानों के हित में हैं और वे इन्हें अच्छी तरह समझते हैं तो वह किसानों की मांग क्यों नहीं मान लेती? उसे मांगों को मान लेना चाहिये.