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Manipur violence: गांव में अज्ञात बंदूकधारियों ने की महिला की हत्या

मणिपुर में फिर से भड़की हिंसा में एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं एक अन्य घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया. वहीं कांगपोकपी जिले के एक गांव में गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं.

Unknown gunmen killed a woman in the village
गांव में अज्ञात बंदूकधारियों ने की महिला की हत्या
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Published : Jul 6, 2023, 10:03 PM IST

तेजपुर : अशांत मणिपुर में फिर से हिंसा भड़क उठी जब गुरुवार को पश्चिम इंफाल जिले में शिशु शांतिनिकेतन नामक स्कूल के परिसर के पास एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मणिपुर में एक स्थानीय सूत्र ने घटना की पुष्टि की. अज्ञात बंदूकधारियों ने इस घटना को अंजाम दिया. इस बीच, मणिपुर में इंटरनेट प्रतिबंध 5 दिन और बढ़ाकर 10 जुलाई तक कर दिया गया है. एक अन्य घटना में, थौबल जिले में भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के एक शिविर में आग लगा दी गई. इस घटना में 27 वर्षीय एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.

अधिकारियों ने बताया कि लाम्फेल थानाक्षेत्र के क्वाकीथेल मायाई कोइबी में एक महिला की हत्या कर दी गयी. एक दिन पहले ही राज्य में पहली से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू हुई थीं जो दो महीने से हिंसा के कारण बंद थीं. अधिकारियों ने बताया कि महिला विद्यालय के पास किसी कार्य के लिए गई थी लेकिन विद्यालय से उसका कोई लेना-देना नहीं था. वहीं मणिपुर के कांगपोकपी जिले के एक गांव में बह रुक-रुक कर गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं. उससे कुछ घंटे पहले स्वचालित हथियारों से कुछ लोगों ने गांववालों पर हमला कर दिया था लेकिन सुरक्षा बलों ने झड़प को टाल दिया.

सूत्रों ने बताया कि आसपास के इलाकों से सशस्त्र समूह क्षेत्र में एकत्र हो गए थे जिससे तनाव बढ़ गया था. उन्होंने कहा कि करीब 1,000 से 1,500 महिलाओं ने सड़कों को बाधित कर दिया था ताकि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षाबल न पहुंच पाएं. लेकिन इलाके में असम राइफल्स के जवानों की तैनाती से स्थिति नियंत्रण में आ गई. चुराचांदपुर में बड़ी संख्या में कुकी समुदाय के लोगों ने बुधवार को प्रदर्शन किया. उन्होंने सार्वजनिक मैदान से तुईबोंग शांति मैदान तक रैली निकाली. सूत्रों ने बताया कि रैली में करीब 4,000 लोग शामिल हुए और अधिकतर ने योद्धा की पोशाक पहनी हुई थी. इंफाल पश्चिम जिले में एक महिला की हत्या के बाद एक जनजातीय संगठन ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.

बता दें कि मणिपुर में 12,104 छात्र फिलहाल 336 शिविरों में शरण ले रहे हैं. साथ ही लगभग 8722 विद्यार्थियों को विभिन्न विद्यालयों में नामांकन कराकर निःशुल्क शिक्षा दी गयी है. हालांकि, मणिपुर के कुल 4617 स्कूलों में से 96 में शिक्षण फिर से शुरू नहीं किया गया है क्योंकि उनका उपयोग आश्रय शिविरों के रूप में किया जा रहा है. गौरतलब है कि मणिपुर सरकार और केंद्र सरकार हिंसा प्रभावित राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास कर रही है, हालांकि हर दिन कई अप्रिय घटनाएं हो रही हैं. मणिपुर के कुकी और मेइतीस के बीच जातीय संघर्ष के कारण अब तक 120 से अधिक लोग मारे गए हैं और 300 से अधिक घायल हुए हैं.

ये भी पढ़ें - मणिपुर में स्थिति अब भी तनावपूर्ण: सीआरपीएफ

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

तेजपुर : अशांत मणिपुर में फिर से हिंसा भड़क उठी जब गुरुवार को पश्चिम इंफाल जिले में शिशु शांतिनिकेतन नामक स्कूल के परिसर के पास एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मणिपुर में एक स्थानीय सूत्र ने घटना की पुष्टि की. अज्ञात बंदूकधारियों ने इस घटना को अंजाम दिया. इस बीच, मणिपुर में इंटरनेट प्रतिबंध 5 दिन और बढ़ाकर 10 जुलाई तक कर दिया गया है. एक अन्य घटना में, थौबल जिले में भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के एक शिविर में आग लगा दी गई. इस घटना में 27 वर्षीय एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.

अधिकारियों ने बताया कि लाम्फेल थानाक्षेत्र के क्वाकीथेल मायाई कोइबी में एक महिला की हत्या कर दी गयी. एक दिन पहले ही राज्य में पहली से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू हुई थीं जो दो महीने से हिंसा के कारण बंद थीं. अधिकारियों ने बताया कि महिला विद्यालय के पास किसी कार्य के लिए गई थी लेकिन विद्यालय से उसका कोई लेना-देना नहीं था. वहीं मणिपुर के कांगपोकपी जिले के एक गांव में बह रुक-रुक कर गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं. उससे कुछ घंटे पहले स्वचालित हथियारों से कुछ लोगों ने गांववालों पर हमला कर दिया था लेकिन सुरक्षा बलों ने झड़प को टाल दिया.

सूत्रों ने बताया कि आसपास के इलाकों से सशस्त्र समूह क्षेत्र में एकत्र हो गए थे जिससे तनाव बढ़ गया था. उन्होंने कहा कि करीब 1,000 से 1,500 महिलाओं ने सड़कों को बाधित कर दिया था ताकि इलाके में अतिरिक्त सुरक्षाबल न पहुंच पाएं. लेकिन इलाके में असम राइफल्स के जवानों की तैनाती से स्थिति नियंत्रण में आ गई. चुराचांदपुर में बड़ी संख्या में कुकी समुदाय के लोगों ने बुधवार को प्रदर्शन किया. उन्होंने सार्वजनिक मैदान से तुईबोंग शांति मैदान तक रैली निकाली. सूत्रों ने बताया कि रैली में करीब 4,000 लोग शामिल हुए और अधिकतर ने योद्धा की पोशाक पहनी हुई थी. इंफाल पश्चिम जिले में एक महिला की हत्या के बाद एक जनजातीय संगठन ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.

बता दें कि मणिपुर में 12,104 छात्र फिलहाल 336 शिविरों में शरण ले रहे हैं. साथ ही लगभग 8722 विद्यार्थियों को विभिन्न विद्यालयों में नामांकन कराकर निःशुल्क शिक्षा दी गयी है. हालांकि, मणिपुर के कुल 4617 स्कूलों में से 96 में शिक्षण फिर से शुरू नहीं किया गया है क्योंकि उनका उपयोग आश्रय शिविरों के रूप में किया जा रहा है. गौरतलब है कि मणिपुर सरकार और केंद्र सरकार हिंसा प्रभावित राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास कर रही है, हालांकि हर दिन कई अप्रिय घटनाएं हो रही हैं. मणिपुर के कुकी और मेइतीस के बीच जातीय संघर्ष के कारण अब तक 120 से अधिक लोग मारे गए हैं और 300 से अधिक घायल हुए हैं.

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(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

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