इंफाल/एर्नाकुलम: इंफाल के कोंगबा में गुरुवार देर रात केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के आवास पर भीड़ ने कथित तौर पर आग लगा दी गई. मणिपुर सरकार से इस वारदात की पुष्टि की है. एएनआई से बात करते हुए, मंत्री सिंह ने कहा कि मैं इस समय आधिकारिक काम के लिए केरल में हूं. शुक्र है कि मेरे इंफाल स्थित घर पर कल रात कोई घायल नहीं हुआ. बदमाश पेट्रोल बम लेकर आए और मेरे घर के ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर पेट्रोल बम फेंका. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री ने अपना केरल दौरा बीच में रद्द कर दिया और वापस मणिपुर चले गए.
उन्होंने कहा कि घर को काफी नुकसान पहुंचाया गया है. पूर्वोत्तर राज्य में शांति की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे गृह राज्य में जो हो रहा है उसे देखकर बहुत दुख हो रहा है. मैं अब भी शांति की अपील करता रहूंगा. इस तरह की हिंसा करने वाले बिल्कुल अमानवीय हैं.
सीएम बीरेन सिंह ने कहा, हम जल्द से जल्द शांति हासिल करने की उम्मीद करते हैं : इससे पहले गुरुवार शाम को ही मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा था कि सरकार कई स्तरों पर चर्चा कर रही है. उन्होंने जनता को आश्वासन दिया है कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मणिपुर में बुधवार को सामने आई हिंसा की एक ताजा घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी. जबकि 10 अन्य घायल हो गए थे. मणिपुर में पिछले करीब एक महीने से ज्यादा समय से जातीय हिंसा की घटनायें हो रही हैं.
सीएम बीरेन सिंह ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी प्रतिबद्धता के अनुसार, हम सभी से संपर्क कर रहे हैं, हम विभिन्न स्तरों पर चर्चा कर रहे हैं. राज्यपाल ने एक शांति समिति का भी गठन किया है. शांति समिति के सदस्यों के साथ परामर्श शुरू होगा. मुझे उम्मीद है कि राज्य के लोगों के समर्थन से हम जल्द से जल्द शांति हासिल करेंगे.
केरल दौरा रद्द कर मणिपुर लौटे केंद्रीय मंत्री, शांति लाने के लिए सभी से सहयोग मांगा
मणिपुर में दंगाइयों द्वारा उनके घर में आग लगाए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह केरल दौरा बीच में ही रद्द कर अपने पैतृक स्थान लौट गए. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की नौवीं वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में चालाकुडी निर्वाचन क्षेत्र सहित चार लोकसभा क्षेत्रों में आयोजित जनसंपर्क कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कोच्चि पहुंचे थे. जैसे ही उन्हें खबर मिली कि दंगाइयों ने घर में आग लगा दी है, मंत्री ने कार्यक्रम रद्द कर दिया और अपने गृहनगर लौट गए.
मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा कि मणिपुर में भाजपा और केंद्र सरकार ने शांति की कोशिश की और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनका घर जला दिया गया. मणिपुर में दंगे एक गलतफहमी के कारण हुए थे और संघर्ष से बचने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे थे. उन्होंने कहा कि दो गुटों के बीच हुए विवाद ने हंगामें का रूप ले लिया. केंद्र सरकार शुरू से ही शांति प्रयासों के लिए काम करती रही है. शांति सेना की प्रतिनियुक्ति करके स्थिति को शांत करने के प्रयास किए गए. इस समय, अप्रत्याशित घटनाएं हुईं. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति को शांत करने के लिए हर संभव प्रयास करती रहेगी. साथ ही मंत्री ने कहा कि मणिपुर कोई धार्मिक समस्या नहीं है. मंत्री ने मणिपुर में शांति लाने के लिए सभी से सहयोग करने का भी अनुरोध किया.
(इनपुट- एजेंसियां)