तिरुवनंतपुरम: विझिंजम मुकोला इलाके में कुएं में फंसे व्यक्ति को निकालने के लिए अग्निशमन बल की टीम बचाव अभियान चल रही थी, जिसे अस्थाई रूप से रोक दिया गया है. अधिकारी रेत हटाने के लिए और अधिक उपयोगी उपकरण लाएंगे. 55 साल का व्यक्ति करीब दो दिन से कुएं में फंसा हुआ है.
तमिलनाडु के मूल निवासी महाराजन (55) शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे कुएं के अंदर छल्ले लगाने गए थे, इसी दौरान कुएं की दीवार ढह गई. रस्सी के जरिए उतरकर मिट्टी हटाना कारगर साबित नहीं हुआ.
90 फीट गहरा कुआं सुकुमारन के घर के पास स्थित है. महाराजन तमिलनाडु के पार्वतीपुरम के मूल निवासी हैं. वह 16 साल से विझिंजम, तिरुवनंतपुरम में रह रहे हैं. हादसा रिंग्स लगाने के दौरान हुआ. महाराजन कुएं के तल से मिट्टी हटाने और पंप वापस लेने के लिए कुएं में उतरे थे.
जैसे ही महाराजन के गिरे हादसे की सूचना तुरंत अग्निशमन दल को दी गई. अग्निशमन दल के अधिकारी मौके पर पहुंचे और सुबह करीब 10 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी.
एक मजदूर बाल-बाल बचा : महाराजन जिस दौरान रिंग्स लगा रहे थे, उनकी मदद मजदूर मणिकंदन (48) कर रहा था. वह कुएं के अंदर महाराजन से थोड़ा ऊपर खड़ा था और वह हादसे से बाल-बाल बच गया. ऊपर खड़े अन्य मजदूरों ने कुएं की दीवार गिरने के निशान देखकर उन्हें ऊपर चढ़ने की हिदायत दी थी. और जब उन्होंने रस्सी पकड़कर ऊपर चढ़ने की कोशिश की, तो कुएं के बीच में जो घेरा रखा गया था, वह मिट्टी और पानी के साथ महाराजन पर गिर गया.
महाराजन कुएं के अंदर मिट्टी के नीचे फंस गए. हालांकि, मणिकंदन को भी चोटें आईं. अन्य मजदूर विजयन, शेखरन और कन्नन सुरक्षित हैं क्योंकि वे ऊपर खड़े थे. विझिनजाम और चाका इकाइयों, स्पेशल टास्क फोर्स और विझिंजम पुलिस की अग्निशमन दल की टीमें उसे बाहर निकालने के लिए घटनास्थल पर डेरा डाले हैं.