मालदा (पश्चिम बंगाल) : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने यह दावा भी किया कि ममता बनर्जी ने भाजपा नेतृत्व के लिए अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल किया. जबकि भाजपा का व्यवहार राज्य की संस्कृति और विरासत के अनुकूल रहा.
डिजिटल माध्यम से यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि आठ चरणों के चुनाव प्रचार के दौरान ममता बनर्जी ने जनता को गुमराह करने और बाहरी-भीतरी तथा संस्कृति का इस्तेमाल करते हुए लोगों को उकसाने के सभी प्रयास किए. राज्य में 29 अप्रैल को आखिरी चरण के चुनाव के तहत मतदान होना है. दो मई को मतों की गिनती की जाएगी.
यह दावा करते हुए कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संदेश को देश के कोने-कोने में प्रसारित करने में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी, नड्डा ने कहा कि आप (ममता बनर्जी) बाहरी हैं और हम सभी भीतरी हैं. ज्ञात हो कि ममता बनर्जी अपनी चुनावी सभाओं में भाजपा नेताओं को बाहरी बताकर उन पर राज्य में कोविड-19 का संक्रमण फैलाने का आरोप लगताी रही हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्ला भाषा की मिठास की अक्सर तारीफ करते हैं लेकिन आप (ममता बनर्जी) जिस भाषा का इस्तेमाल करती हैं क्या वह बंगाल की संस्कृति है. उन्होंने कहा कि यह भाजपा ही है जिसने बंगाल की संस्कृति और विरासत का सम्मान किया जबकि ममता बनर्जी ने अपनी अमर्यादित भाषा से राज्य का अपमान किया है. हमने राज्य की परंपरा के अनुकूल व्यवहार किया है और जनता के बीच अपनी बात रखी है.
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी एक तरफ तो टीकों की उपलब्धता को लेकर झूठे आरोप लगाती हैं वहीं दूसरी तरफ वह प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठकों में नहीं जाती. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी राज्य की स्वास्थ्य मंत्री भी हैं लेकिन वह टीकों की उपलब्धता को लेकर जनता में झूठ फैला रही हैं और लोगों के बीच भय का माहौल बना रही हैं.
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उन्होंने ममता बनर्जी पर राज्य में राजनीतिक हिंसा को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की जनता अपने मतों से इसका जवाब देगी.