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ममता की चुनावी याचिका उच्च न्यायालय के नए न्यायाधीश को सौंपी गई

नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र (Nandigram constituency) से भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) की जीत को चुनौती देने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की याचिका न्यायमूर्ति शंपा सरकार की पीठ को सौंपी गई है.

ममता
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Published : Jul 13, 2021, 4:49 AM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (assembly election) में नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र (Nandigram constituency) से भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) की जीत को चुनौती देने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की कलकत्ता उच्च न्यायालय (Calcutta High Court) के समक्ष दायर याचिका न्यायमूर्ति शंपा सरकार की पीठ को सौंपी गई है. अदालत के सूत्रों ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी.

सूत्रों ने कहा कि मामले को बुधवार को न्यायमूर्ति सरकार की अदालत में सूचीबद्ध किए जाने की संभावना है. न्यायमूर्ति कौशिक चंदा ने गत सात जुलाई को नंदीग्राम से अधिकारी के चुनाव को चुनौती देने वाली तृणमूल कांग्रेस प्रमुख की याचिका की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था और जिस तरीके से इस सुनवाई से हटने की मांग की गई थी, उसके लिए ममता पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया था.

कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल ने मामले को न्यायमूर्ति सरकार की पीठ को सौंपा है.

अधिकारी ने विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र से बनर्जी को 1,956 मतों से हराया था. न्यायमूर्ति चंदा ने बनर्जी की चुनाव याचिका पर सुनवाई से अलग होते हुए कहा था कि वह विवाद को जिंदा रखने की कोशिशों को विफल करने के लिए ऐसा कर रहे हैं.

पढ़ें - 2024 लोकसभा चुनाव पर टीएमसी की नजर, राष्ट्रीय विस्तार योजनाओं का काम शुरू

बनर्जी के वकीलों ने सुझाव दिया था कि न्यायमूर्ति चंदा को मामले से खुद को अलग कर लेना चाहिए क्योंकि वह न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने से पहले भाजपा के कानूनी प्रकोष्ठ से जुड़े हुए थे और उच्च न्यायालय के समक्ष उस पार्टी की ओर से कई मामलों में वकील के तौर पर पेश हुए थे.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (assembly election) में नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र (Nandigram constituency) से भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) की जीत को चुनौती देने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की कलकत्ता उच्च न्यायालय (Calcutta High Court) के समक्ष दायर याचिका न्यायमूर्ति शंपा सरकार की पीठ को सौंपी गई है. अदालत के सूत्रों ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी.

सूत्रों ने कहा कि मामले को बुधवार को न्यायमूर्ति सरकार की अदालत में सूचीबद्ध किए जाने की संभावना है. न्यायमूर्ति कौशिक चंदा ने गत सात जुलाई को नंदीग्राम से अधिकारी के चुनाव को चुनौती देने वाली तृणमूल कांग्रेस प्रमुख की याचिका की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया था और जिस तरीके से इस सुनवाई से हटने की मांग की गई थी, उसके लिए ममता पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया था.

कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल ने मामले को न्यायमूर्ति सरकार की पीठ को सौंपा है.

अधिकारी ने विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र से बनर्जी को 1,956 मतों से हराया था. न्यायमूर्ति चंदा ने बनर्जी की चुनाव याचिका पर सुनवाई से अलग होते हुए कहा था कि वह विवाद को जिंदा रखने की कोशिशों को विफल करने के लिए ऐसा कर रहे हैं.

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बनर्जी के वकीलों ने सुझाव दिया था कि न्यायमूर्ति चंदा को मामले से खुद को अलग कर लेना चाहिए क्योंकि वह न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने से पहले भाजपा के कानूनी प्रकोष्ठ से जुड़े हुए थे और उच्च न्यायालय के समक्ष उस पार्टी की ओर से कई मामलों में वकील के तौर पर पेश हुए थे.

(पीटीआई-भाषा)

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