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सीआरपीएफ हस्तक्षेप के मसले पर ममता और शाह के बीच जुबानी जंग जारी - मुख्यमंत्री को नोटिस जारी

मुख्यमंत्री अपने प्रत्येक चुनावी अभियान की रैलियों में केंद्रीय सशस्त्र बलों पर हमला कर रही हैं. उन्होंने लोगों को अगले मतदान के दिनों में केंद्रीय सशस्त्र बलों को घेरने और विरोध करने का आह्वान किया है. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री को जबाव दिया है.

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Published : Apr 9, 2021, 8:39 PM IST

कोलकाता : केंद्रीय बलों द्वारा मतदाताओं को धमकाने के बारे में बयान देने के लिए चुनाव आयोग से नोटिस मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर प्रहार किया है. कहा कि वे तब तक सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में बोलती रहेंगी जब तक कि वे भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं बंद कर देते.

वहीं इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखा हमला करते हुए शाह ने कहा कि यह शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया को प्राप्त करने के सभी प्रयासों को विफल करने का प्रयास है. शाह ने कहा कि परोक्ष रूप से वह चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं.

ममता बनर्जी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग, भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव के दिन प्रचार कर रहे हैं फिर भी नहीं कहा जा रहा कि वह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है. पूर्वी वर्धमान जिले के जमालपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा कि मैं सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में तब तक बोलती रहूंगी.

कहा कि जब तक कि वह भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं करते है. ऐसा करते ही बल को सैल्यूट करूंगी. मैं आपके (चुनाव आयोग) कारण बताओ नोटिस की परवाह नहीं करती. मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह कि टीएमसी की नहीं सुन रहा है और भाजपा जो कहती है उसका अनुसरण करता है.

उन्होंने पूछा कि आप (प्रधानमंत्री) पश्चिम बंगाल में परीक्षा पे चर्चा क्यों करते हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं? क्या यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? चुनाव आयोग ने बृहस्पतिवार की रात को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया.

यह भी पढ़े-कम जांच के सहारे 'कोरोना कंट्रोल' कर रहे चुनावी राज्य!

उन्हें राज्य में चुनावी ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र बलों के खिलाफ प्रथमदृष्ट्या पूरी तरह गलत, उकसावे वाला बयान देने के लिए नोटिस जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि उनके बयान से सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा है.बनर्जी को शनिवार तक जवाब देने के लिए कहा गया है.

कोलकाता : केंद्रीय बलों द्वारा मतदाताओं को धमकाने के बारे में बयान देने के लिए चुनाव आयोग से नोटिस मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर प्रहार किया है. कहा कि वे तब तक सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में बोलती रहेंगी जब तक कि वे भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं बंद कर देते.

वहीं इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखा हमला करते हुए शाह ने कहा कि यह शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया को प्राप्त करने के सभी प्रयासों को विफल करने का प्रयास है. शाह ने कहा कि परोक्ष रूप से वह चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं.

ममता बनर्जी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग, भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव के दिन प्रचार कर रहे हैं फिर भी नहीं कहा जा रहा कि वह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है. पूर्वी वर्धमान जिले के जमालपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा कि मैं सीआरपीएफ के हस्तक्षेप के बारे में तब तक बोलती रहूंगी.

कहा कि जब तक कि वह भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं करते है. ऐसा करते ही बल को सैल्यूट करूंगी. मैं आपके (चुनाव आयोग) कारण बताओ नोटिस की परवाह नहीं करती. मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह कि टीएमसी की नहीं सुन रहा है और भाजपा जो कहती है उसका अनुसरण करता है.

उन्होंने पूछा कि आप (प्रधानमंत्री) पश्चिम बंगाल में परीक्षा पे चर्चा क्यों करते हैं, जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं? क्या यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? चुनाव आयोग ने बृहस्पतिवार की रात को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नोटिस जारी किया.

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उन्हें राज्य में चुनावी ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र बलों के खिलाफ प्रथमदृष्ट्या पूरी तरह गलत, उकसावे वाला बयान देने के लिए नोटिस जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि उनके बयान से सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा है.बनर्जी को शनिवार तक जवाब देने के लिए कहा गया है.

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