ETV Bharat / bharat

जम्मू-कश्मीर से पूर्ण राज्य का दर्जा छिनना शर्मिंदगी की बात : ममता

author img

By

Published : Jun 24, 2021, 7:36 PM IST

Updated : Jun 24, 2021, 8:53 PM IST

जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं के साथ आज पीएम मोदी ने लगभग तीन घंटे तक बैठक की. इस बैठक के संदर्भ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने से देश उसी तरह शर्मसार हुआ है, जिस तरह कोविड-19 टीकों के मुद्दे से हुआ है.

mamata
mamata

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर से पूर्ण राज्य का दर्जा छिनना भारत के लिए शर्मिंदगी की बात है. ममता बनर्जी ने यह टिप्प्णी पीएम मोदी और जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के 14 नेताओं की बैठक की पृष्ठभूमि में की.

उन्होंने कहा कि बैठक के एजेंडे के विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, ममता ने यह भी कहा कि केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर को दो प्रदेशों में बांटे जाने और जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा छीनने से देश को कोई विशेष लाभ नहीं हुआ है.

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था और उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में विभाजित कर दिया था.

बनर्जी ने कहा, 'पूर्ण राज्य का दर्जा (जम्मू कश्मीर का) समाप्त करने की क्या जरूरत थी? इससे देश को बिल्कुल भी मदद नहीं मिली. पिछले दो साल से पर्यटक कश्मीर नहीं जा सके हैं. यह देश की प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है.'

उन्होंने कहा, 'वहां निरंकुशता ने देश को बहुत बदनाम कराया है जिस तरह कोविड टीकों ने कराया है.'

बनर्जी ने टीकों के विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहा. हालांकि वह टीकों की कम आपूर्ति, अलग-अलग दरों तथा एकसमान टीकाकरण नीति नहीं होने के खिलाफ विरोध जताते हुए बोलती रही हैं. एक समय उन्होंने भारत में टीकों के कम भंडार को लेकर इसका निर्यात किये जाने की आलोचना की थी.

यह भी पढ़ें- पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं से मिले, कहा- खत्म हो 'दिल्ली और दिल' की दूरी

मुख्यमंत्री ममता ने बुधवार को दावा किया था कि कोवैक्सीन प्रधानमंत्री के दिमाग की उपज है और इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्वीकृति दिलाई जानी चाहिए या इसे वैश्विक स्वीकार्यता दिलाने के लिए कदम उठाये जाने चाहिए.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर से पूर्ण राज्य का दर्जा छिनना भारत के लिए शर्मिंदगी की बात है. ममता बनर्जी ने यह टिप्प्णी पीएम मोदी और जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के 14 नेताओं की बैठक की पृष्ठभूमि में की.

उन्होंने कहा कि बैठक के एजेंडे के विषय में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. हालांकि, ममता ने यह भी कहा कि केंद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर को दो प्रदेशों में बांटे जाने और जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा छीनने से देश को कोई विशेष लाभ नहीं हुआ है.

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था और उसे दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में विभाजित कर दिया था.

बनर्जी ने कहा, 'पूर्ण राज्य का दर्जा (जम्मू कश्मीर का) समाप्त करने की क्या जरूरत थी? इससे देश को बिल्कुल भी मदद नहीं मिली. पिछले दो साल से पर्यटक कश्मीर नहीं जा सके हैं. यह देश की प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है.'

उन्होंने कहा, 'वहां निरंकुशता ने देश को बहुत बदनाम कराया है जिस तरह कोविड टीकों ने कराया है.'

बनर्जी ने टीकों के विषय पर ज्यादा कुछ नहीं कहा. हालांकि वह टीकों की कम आपूर्ति, अलग-अलग दरों तथा एकसमान टीकाकरण नीति नहीं होने के खिलाफ विरोध जताते हुए बोलती रही हैं. एक समय उन्होंने भारत में टीकों के कम भंडार को लेकर इसका निर्यात किये जाने की आलोचना की थी.

यह भी पढ़ें- पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं से मिले, कहा- खत्म हो 'दिल्ली और दिल' की दूरी

मुख्यमंत्री ममता ने बुधवार को दावा किया था कि कोवैक्सीन प्रधानमंत्री के दिमाग की उपज है और इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की स्वीकृति दिलाई जानी चाहिए या इसे वैश्विक स्वीकार्यता दिलाने के लिए कदम उठाये जाने चाहिए.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 24, 2021, 8:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.