कोलकाता : पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को जबरदस्त सफलता मिली है. भाजपा की करारी हार के बाद राज्य के कई इलाकों से हिंसा की खबरें सामने आई हैं. इन घटनाओं को लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इन सबके बीच आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदेश के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा की.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर हुई हिंसक घटनाओं की जानकारी ली.
राज्य के पुलिस अधिकारियों ने ममता बनर्जी को घटनाओं की जानकारी दी. कालीघाट में आयोजित बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय मौजूद थे. बैठक में गृह सचिव एच के द्विवेदी, डीजीपी पी नीरजनयन और कोलकाता पुलिस कमिश्नर सौमेन मित्रा भी मौजूद रहे.
बता दें कि रविवार को चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद से पश्चिम बंगाल में कई हिंसक घटनाएं हुई हैं. दोनों प्रतिद्वंद्वियों- टीएमसी और बीजेपी के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी हो रहे हैं.
पुलिस के मुताबिक चुनावी हिंसा में कोलकाता में एक समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम छह लोग मारे गए हैं.
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि टीएमसी समर्थित गुंडों ने इसके कई कार्यकर्ताओं की हत्या की है. भाजपा का आरोप है कि पार्टी के महिला सदस्यों पर भी हमले किए गए हैं. भाजपा का कहना है कि बर्बरतापूर्ण कृत्य में भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों, पार्टी के सदस्यों की दुकानों में भी तोड़फोड़ और उत्पात किए गए हैं. हालांकि, टीएमसी ने आरोपों से इनकार किया है.
इन घटनाओं को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन करके क्षोभ व्यक्त किया था.
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राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि रविवार को हुई शुरुआती हिंसा के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से संयम दिखाने को कहा था. उन्होंने अपील की थी कि हिंसा के किसी भी रूप में शामिल नहीं होना चाहिए.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी राज्य के गृह सचिव, डीजीपी और कोलकाता पुलिस आयुक्त को तलब कर शांति बहाल करने के निर्देश दिए थे.
(पीटीआई)