कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के प्रति भाजपा नीत केंद्र सरकार के कथित 'भेदभावपूर्ण' रवैये के विरोध में बुधवार से कोलकाता में दो दिवसीय धरने पर बैठेंगी. मुख्यमंत्री, मध्य कोलकाता में स्थित रेड रोड पर डॉ. बीआर आंबेडकर की एक प्रतिमा के सामने धरना देंगी और इसे गुरुवार की शाम तक जारी रखेंगी. उन्होंने मंगलवार को कहा था कि केंद्र ने मनरेगा और इंदिरा आवास योजना (ग्रामीण) के लिए धन जारी करना बंद कर दिया है. इसके अलावा, केंद्र ने ओबीसी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति भी बंद कर दी है.
इस साल के अंत में होने वाले पंचायत चुनाव से पहले 'पथश्री-रास्ताश्री' योजना की शुरुआत करते हुए बनर्जी ने कहा था कि ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर 3.75 हजार करोड़ रुपये का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी न कि केंद्र सरकार. उन्होंने कहा कि केंद्र ने मनरेगा योजना के तहत लंबित 7,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी नहीं की है. इस पहल के तहत काम पूरा करने में राज्यों की सूची में पश्चिम बंगाल के शीर्ष पर होने के बावजूद हमारे लोगों को काम नहीं दिया है. हमारा मानना है कि इसका कारण ईर्ष्या या राजनीति हो सकती है.
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इससे पहले, उन्होंने आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल को केंद्र से उसका बकाया नहीं मिला है और इस साल के बजट में भी बंगाल के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि इसलिए, पश्चिम बंगााल के खिलाफ केंद्र के भेदभावपूर्ण रवैये के विरोध में, बतौर मुख्यमंत्री मैं 29 मार्च से कोलकाता में डॉ बी.आर. आंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन करूंगी और इसे 30 मार्च की शाम तक जारी रखूंगी.
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(पीटीआई-भाषा)