कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को लंबे समय से 'उपेक्षित' किया गया और स्वतंत्रता संग्राम के खिलाफ रहे लोगों को 'राजनीतिक रंग' में रंगकर इतिहास को बदलने का प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि, उनके 'लापता' होने के 75 साल बाद भी, लोगों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि, नेताजी के साथ आखिर हुआ क्या था.
'इतिहास के साथ छेड़छाड़'
बनर्जी ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि, मैं देख सकती हूं कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, एक एजेंडे के अनुसार... जो लोग देश के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा थे, उनकी अनदेखी की जा रही है.
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'आजादी की लड़ाई का विरोध'
उन्होंने कहा कि इन दिनों, उन लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिन्होंने एक समय आजादी की लड़ाई का विरोध किया था. यह सब इसलिए किया जा रहा है, ताकि लोग सच्चाई को भुला दें.
'शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका'
तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि, पश्चिम बंगाल में छात्रों को देश के 'सच्चे नेताओं' के बारे में बताया जाता है और शिक्षक इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.