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गोवा पर ममता की नजर, इस महीने करेंगी दौरा - Avishek Bandopadhyay

गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव (assembly elections) होने हैं, जिसके चलते तृणमूल कांग्रेस वहां अपने संगठनात्मक नेटवर्क (organizational network) के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इस क्रम में ममता बनर्जी गोवा का दौरा करेंगी.

ममता
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Published : Oct 21, 2021, 8:12 PM IST

कोलकाता : गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव (assembly elections) होने हैं. चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी (Bengal's ruling party) तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) वहां अपने संगठनात्मक नेटवर्क ( organizational network) के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

अब पार्टी प्रमुख इस महीने व्यक्तिगत रूप से गोवा का दौरा करने जा रही हैं. उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (national general secretary) और लोकसभा सदस्य अभिषेक बंदोपाध्याय (Avishek Bandopadhyay) भी होंगे.

गोवा अपनी समृद्ध एंग्लो-इंडियन संस्कृति (Anglo-Indian culture ) और फुटबॉल की लोकप्रियता के लिए जाना जाता है. इसलिए पूर्व फुटबॉलर से राजनेता बने और तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य, प्रसून बंदोपाध्याय (Prasun Bandopadhyay) और राज्यसभा में पार्टी के नेता, डेरेक ओ'ब्रायन (Derek OBrien) काफी समय से तृणमूल कांग्रेस के लिए संगठन तैयार करने में लगे हैं.

तृणमूल के अन्य वरिष्ठ नेता जैसे डॉ शांतनु सेन ( Dr Shantanu Sen ) और कुणाल घोष (Kunal Ghosh) आए दिन गोवा की यात्रा कर रहे हैं. अब, मुख्यमंत्री ने पार्टी के संगठनात्मक नेटवर्क के विस्तार के प्रयास को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत रूप से गोवा का दौरा करने का फैसला किया है.

चूंकि गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए तृणमूल कांग्रेस के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है. इसलिए तृणमूल कांग्रेस अपने आधार का विस्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.

पार्टी नेतृत्व पहले से ही विभिन्न राजनीतिक नेताओं, खेल हस्तियों और खेल प्रेमियों, बुद्धिजीवियों और गोवा में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के संपर्क में है. तृणमूल कांग्रेस का मकसद वहां की बीजेपी शासित सरकार को किसी भी कीमत पर हराना है.

पढ़ें - उत्तराखंड पहुंचे अमित शाह, बाढ़ प्रभावित इलाकों का करेंगे दौरा

चुनावी आंकड़ों के अनुसार गोवा में मतदाताओं के एक बड़े वर्ग ने पांच साल पहले भाजपा के खिलाफ मतदान किया था, लेकिन कांग्रेस वहां सरकार नहीं बना सकी, क्योंकि वहां कांग्रेस के निर्वाचित विधायकों का एक वर्ग भाजपा में स्थानांतरित हो गया.

इसलिए तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व इस बार विशेष सावधानी बरत रहा है. यह ही कारण है कि ममता बनर्जी व्यक्तिगत रूप से राज्य का दौरा कर रही हैं.

कोलकाता : गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव (assembly elections) होने हैं. चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी (Bengal's ruling party) तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) वहां अपने संगठनात्मक नेटवर्क ( organizational network) के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है.

अब पार्टी प्रमुख इस महीने व्यक्तिगत रूप से गोवा का दौरा करने जा रही हैं. उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (national general secretary) और लोकसभा सदस्य अभिषेक बंदोपाध्याय (Avishek Bandopadhyay) भी होंगे.

गोवा अपनी समृद्ध एंग्लो-इंडियन संस्कृति (Anglo-Indian culture ) और फुटबॉल की लोकप्रियता के लिए जाना जाता है. इसलिए पूर्व फुटबॉलर से राजनेता बने और तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य, प्रसून बंदोपाध्याय (Prasun Bandopadhyay) और राज्यसभा में पार्टी के नेता, डेरेक ओ'ब्रायन (Derek OBrien) काफी समय से तृणमूल कांग्रेस के लिए संगठन तैयार करने में लगे हैं.

तृणमूल के अन्य वरिष्ठ नेता जैसे डॉ शांतनु सेन ( Dr Shantanu Sen ) और कुणाल घोष (Kunal Ghosh) आए दिन गोवा की यात्रा कर रहे हैं. अब, मुख्यमंत्री ने पार्टी के संगठनात्मक नेटवर्क के विस्तार के प्रयास को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत रूप से गोवा का दौरा करने का फैसला किया है.

चूंकि गोवा में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए तृणमूल कांग्रेस के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है. इसलिए तृणमूल कांग्रेस अपने आधार का विस्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.

पार्टी नेतृत्व पहले से ही विभिन्न राजनीतिक नेताओं, खेल हस्तियों और खेल प्रेमियों, बुद्धिजीवियों और गोवा में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के संपर्क में है. तृणमूल कांग्रेस का मकसद वहां की बीजेपी शासित सरकार को किसी भी कीमत पर हराना है.

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चुनावी आंकड़ों के अनुसार गोवा में मतदाताओं के एक बड़े वर्ग ने पांच साल पहले भाजपा के खिलाफ मतदान किया था, लेकिन कांग्रेस वहां सरकार नहीं बना सकी, क्योंकि वहां कांग्रेस के निर्वाचित विधायकों का एक वर्ग भाजपा में स्थानांतरित हो गया.

इसलिए तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व इस बार विशेष सावधानी बरत रहा है. यह ही कारण है कि ममता बनर्जी व्यक्तिगत रूप से राज्य का दौरा कर रही हैं.

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