सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग के अपने दौरे के तीसरे दिन भी जनसंपर्क जारी रखा. उन्होंने बुधवार को रिचमंड हिल क्षेत्र में भ्रमण किया और मॉल में घूमीं. वह मॉल से सटे बाजार में भी गईं. यहां उन्होंने व्यापारियों से बात की और सब्जियों की कीमतों के बारे में भी जानकारी ली. वहां से वह फिर जलापहाड़ क्षेत्र के लिए रवाना हो गईं. जनसंपर्क के दौरान ममता ने लोगों की शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुना. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद बच्चों को चॉकलेट भी बांटे. मुख्यमंत्री के इस कदम से पहाड़ी क्षेत्र के लोग खुश नजर आए.
ममता ने लोगों के लिए 'पानी पुरी' बनाकर परोसी: सीएम ममता बनर्जी ने मंगलवार को दार्जिलिंग के दौरे के दौरान सड़क किनारे एक स्टॉल पर पानी पुरी बनाई और बच्चों एवं पर्यटकों को उसे परोसा. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो को खस्ता खोखली पूरी आलू के साथ भरकर इमली के पानी में डुबो कर लोगों को परोसते हुए देखा गया.
वह दार्जिलिंग में एक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं द्वारा संचालित एक स्टॉल में पहुंची और 'फुचका' (पानी पुरी) बनाने में अपनी विशेषज्ञता दिखाई. पश्चिम बंगाल में पानी पुरी को फुचका कहा जाता है. वीडियो को साझा करते हुए टीएमसी ने ट्वीट किया, 'हमारी माननीय अध्यक्ष ममता बनर्जी दार्जिलिंग में एसएचजी द्वारा संचालित खाने के स्टॉल 'संडे हाट' पहुंची. कड़ी मेहनत के लिए महिलाओं के प्रति अपनी प्रशंसा दिखाते हुए उन्होंने बंगाल की पसंदीदा फुचका की तैयारी में उनका साथ दिया और उत्साही बच्चों को स्वादिष्ट नाश्ता भी खिलाया.'
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बनर्जी ने स्टॉल के मालिक से पर्यटकों में से एक के लिए फुचका परोसने को कहा क्योंकि वह 'एक अतिथि के रूप आया है'. टीएमसी प्रमुख मंगलवार को गोरखालैंड प्रादेशिक प्रशासन के नवनिर्वाचित बोर्ड सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए दार्जिलिंग के दौरे पर हैं. बनर्जी ने अपनी पिछली दार्जिलिंग यात्रा के दौरान सड़क किनारे एक स्टॉल पर लोकप्रिय तिब्बती भोजन 'मोमो' बनाया था. 2019 में, दीघा के समुद्री रिसॉर्ट शहर से कोलकाता लौटते समय उन्होंने एक स्टॉल पर चाय तैयार की और लोगों को परोसी.