नई दिल्ली: भारत में 2022 में मालवेयर हमलों में 31 प्रतिशत बढ़ोतरी देखी गई. सोनिकवॉल ने एक रिपोर्ट में बताया कि इसके बाद कंपनियों को साइबर हमलों से बचने के लिए सॉफ्टवेयर सुरक्षा बढ़ानी होगी. रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में ‘घुसपैठ के प्रयासों’ में 10 प्रतिशत वृद्धि और ‘रैन्समवेयर हमलों’ में 53 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है. सोनिकवाल अमेरिका की साइबर सुरक्षा समाधान प्रदाता कंपनी है.
सोनिकवाल में एशिया-प्रशांत एवं जापान (एपीजे) में उपाध्यक्ष देबाशीष मुखर्जी के अनुसार, हालांकि अन्य क्षेत्रों में मालवेयर हमलों में कमी आई है लेकिन भारत में ये खतरनाक स्तर पर हैं. उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी भारत जैसे देशों में विभिन्न तरीकों से हमले करते हुए खतरे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये अपराधी लगातार ऐसे अवसर तलाशते रहते हैं.
इससे पहले उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ऑनलाइन सेवाएं 25 मार्च रात 2:30 बजे से ठप हो गई थीं. वजह थी कि विदेशी हैकर ने डाटा हैक कर लिया था. इसके बाद यात्रियों को घर बैठे न ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा मिल पा रही थी न ही बसों से सफर के दौरान यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन से टिकट जारी हो पा रहे थे और बस स्टेशन पर भी यात्रियों को टिकट काउंटर से टिकट नहीं मिल पा रहे थे.
शिकायत करना है आसान: पीड़ित देश के किसी भी हिस्से से फोन कर शिकायत कर सकते हैं. साइबर शिकायतों के लिए एक अलग फोन नंबर - 1930 है.
(पीटीआई-भाषा)
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