ETV Bharat / bharat

महाराष्ट्र में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां बढ़ाईं गई, मुंबई में रूक सकता है टीकाकरण - कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने सख्त प्रतिबंधों को 15 मई तक बढ़ाने की घोषणा की. इस संबंध में एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें सरकार ने 1 मई सुबह 7 बजे से 15 मई सुबह 7 बजे तक सख्त पाबंदियों का जिक्र किया है. वहीं मुंबई के एक अधिकारी ने कहा कि अगर टीके की पर्याप्त खुराक नहीं पहुंचती है तो, कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अगले दो दिनों तक रोकना पड़ सकता है.

महाराष्ट्र में लॉकडाउन
महाराष्ट्र में लॉकडाउन
author img

By

Published : Apr 29, 2021, 9:10 PM IST

मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 15 मई तक बढ़ा दिया, ताकि राज्य में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर रोक लगाई जा सके.

मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि पाबंदियां बढ़ाने का निर्णय किया गया है क्योंकि राज्य में कोविड- 19 का खतरा बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि आपातकालीन उपाय जारी रखना अनिवार्य है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके. लोगों की आवाजाही और अन्य गतिविधियों पर पाबंदियां इस महीने की शुरुआत में लगाई गई थीं, जो एक मई सुबह सात बजे तक के लिए थी.

सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है, जिसमें एक स्थान पर पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है. पाबंदियों से आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है.

अगर आपूर्ति नहीं पहुंची तो मुंबई में टीकाकरण रोकना होगा

महानगर में टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष से ऊपर के लोगों की लंबी कतारें दिख रही हैं, वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि टीके के खुराक की आपूर्ति में कमी के कारण 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो सकेगा.

बृहन्मुंबई नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा, बुधवार की रात हमें बताया गया कि हमें टीके की करीब 75 हजार खुराकें मिलेंगी. इतनी कम आपूर्ति से बीएमसी ने कुछ ही टीकाकरण केंद्र खोले जबकि अन्य केंद्रों को बंद रखा गया.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, कुल भंडार में से आज शाम तक हमने करीब 50 हजार खुराकों का इस्तेमाल किया है. अगर हमें और खुराक नहीं मिलती है तो हमें टीकाकरण अभियान रोकना होगा.

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देश की वित्तीय राजधानी में बुधवार को केवल 26,610 लोगों को टीका लगा.

काकानी ने कहा, अगर हमें पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिलती है तो, हमें अभियान कुछ दिनों के लिए रोकना होगा और पर्याप्त आपूर्ति का इंतजार करना होगा ताकि तेजी से टीकाकरण किया जा सके. महानगर में आज टीकाकरण केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं.

मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 15 मई तक बढ़ा दिया, ताकि राज्य में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर रोक लगाई जा सके.

मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि पाबंदियां बढ़ाने का निर्णय किया गया है क्योंकि राज्य में कोविड- 19 का खतरा बना हुआ है.

उन्होंने कहा कि आपातकालीन उपाय जारी रखना अनिवार्य है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके. लोगों की आवाजाही और अन्य गतिविधियों पर पाबंदियां इस महीने की शुरुआत में लगाई गई थीं, जो एक मई सुबह सात बजे तक के लिए थी.

सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है, जिसमें एक स्थान पर पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है. पाबंदियों से आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है.

अगर आपूर्ति नहीं पहुंची तो मुंबई में टीकाकरण रोकना होगा

महानगर में टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष से ऊपर के लोगों की लंबी कतारें दिख रही हैं, वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि टीके के खुराक की आपूर्ति में कमी के कारण 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो सकेगा.

बृहन्मुंबई नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा, बुधवार की रात हमें बताया गया कि हमें टीके की करीब 75 हजार खुराकें मिलेंगी. इतनी कम आपूर्ति से बीएमसी ने कुछ ही टीकाकरण केंद्र खोले जबकि अन्य केंद्रों को बंद रखा गया.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, कुल भंडार में से आज शाम तक हमने करीब 50 हजार खुराकों का इस्तेमाल किया है. अगर हमें और खुराक नहीं मिलती है तो हमें टीकाकरण अभियान रोकना होगा.

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक देश की वित्तीय राजधानी में बुधवार को केवल 26,610 लोगों को टीका लगा.

काकानी ने कहा, अगर हमें पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिलती है तो, हमें अभियान कुछ दिनों के लिए रोकना होगा और पर्याप्त आपूर्ति का इंतजार करना होगा ताकि तेजी से टीकाकरण किया जा सके. महानगर में आज टीकाकरण केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.