मुंबईः नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट का मुंबई पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. इस संबंध में माटुंगा थाने में मामला दर्ज किया गया था. मामला दर्ज करने के बाद माटुंगा पुलिस ने दिल्ली, ग्रेटर नोएडा, लखनऊ से आरोपियों को गिरफ्तार कर विभिन्न राज्यों में साइबर क्राइम का पर्दाफाश किया.
माटुंगा थाना क्षेत्र के दादर निवासी अनिल शिरसागर (60) ने पुलिस को शिकायत की थी कि कोविड के कारण नौकरी छूटने के बाद वह नौकरी की तलाश कर रहा था. इस दौरान उसने अपना बायोडाटा Nokari.com पर ऑनलाइन अपलोड किया था. इसके बाद मोबाइल नं. 7318241342, 7390935795 और 7897278126 से कॉल आई और कहा गया कि आप चयन हो गया है. शिरसागर ने बताया कि आरोपी ने उसे एक मेल भेजा और कहा कि उसका दुबई में कंपनी पेट्रोफे इंटरनेशनल में चयन हो गया है.
साथ ही आरोपी ने अलग-अलग कारण बताकर शिकातकर्ता से इंडसइंड बैंक खाते में एक लाख 78 हजार रुपये की मांग की. उसके बाद भी पैसे की मांग जारी रही और जिस पर उसे शक हुआ. इसलिए जब उसने उनसे पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने देने से इनकार कर दिया. इसके बाद अभियुक्तों के सभी मोबाइल नंबर बंद कर दिया. माटुंगा पुलिस स्टेशन ने शिरसागर की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी 34 आईपीसी में दी गई शिकायत के आधार पर धारा 66 सी 66 डी के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इसके बाद माटुंगा थाना पुलिस ने तेजी से जांच का पहिया घुमाया और अपनी टीमों को लखनऊ, उत्तर प्रदेश, दिल्ली रवाना किया. 13 फरवरी को जौनपुर के सूरजपुर थाना क्षेत्र से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद लखनऊ से ऋषभ मनीष दुबे (23) को 16 फरवरी को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों को कोर्ट ने 28 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. आरोपियों के खिलाफ तमिलनाडु, ठाणे, महाराष्ट्र, कर्नाटक, सहारनपुर, हैदराबाद, तेलंगाना, मेरठ, साइबराबाद, गुरुग्राम में मुकदमे दर्ज हैं, यह जांच में सामने आया है.
माटुंगा पुलिस ने बताया कि आरोपी रेजोंग (ओपीसी) इंडिया प्रा. लिमिटेड गुरुग्राम, हरियाणा के नाम से एक जॉब प्रोवाइडर कंपनी की स्थापना की है. यह कंपनी Naukari.com और Timesjobs.com के साथ पंजीकृत थी. Naukari.com और Timesjobs.com ने सैंपल कंपनियों को लॉगिन आईडी और पासवर्ड मुहैया कराया था. उपरोक्त साइटों पर लॉग इन करने के बाद, Naukari.com और Timesjobs.com पर रिज्यूमे/नौकरी की तलाश करने वाले व्यक्तियों का डेटा आरोपी की कंपनी द्वारा प्राप्त किया जा रहा था. इसके अनुसार वे नौकरी चाहने वालों को मेल और मोबाइल नंबरों से संपर्क कर प्राप्त आईडी की जानकारी देकर उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठग रहे थे.
माटुंगा पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए मोबाइल नंबरों का सीडीआर निकाला गया. जांच में सामने आया कि शिकायकर्ता ने जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए इंडसइंड बैंक के विकास यादव का था. इसके बाद विकास ने पीएनबी बैंक के खातों में पैसे ट्रांसफर किए थे..
इसके बाद माटुंगा थाना के साइबर अधिकारी, सहायक पुलिस निरीक्षक पगार एवं टीम ने प्राप्त मोबाइल नंबरों का विश्लेषण कर अभियुक्तों का मुख्य बैंक खाता प्राप्त किया. स्थानीय पुलिस के सहयोग से अभियुक्तों को जौनपुर एवं लखनऊ से गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, 40 सिम कार्ड, 25 डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड, 5 मोबाइल फोन, 6 बैंक पासबुक और चेक बुक जब्त किए गए हैं. पैसे ट्रांसफर करने वाले विकास यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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