मुंबई: महाराष्ट्र में शिंदे- फड़णवीस सरकार को समर्थन देने वाले एनसीपी के अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस राजनीतिक संकट के बीच एनसीपी की नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने बीजेपी के खिलाफ तीख टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि उसने (बीजेपी) ऐसा कदम इसलिए उठाया होगा क्योंकि उसे विश्वास नहीं था कि बहुमत होने के बावजूद वह (बीजेपी) चुनाव जीत जाएगी.
सुप्रिया सुले ने कहा कि अजित दादा हमेशा मेरे बड़े भाई रहेंगे. लोकतंत्र में सभी को निर्णय लेने का अधिकार है. आज की घटना दर्दनाक है और संघर्ष हर किसी के जीवन में आता है. हमें इससे बाहर निकलने का रास्ता ढूंढना होगा. आइए नई उम्मीद के साथ पार्टी का निर्माण करें. एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार हमारे प्रेरणास्रोत हैं. उनके चले जाने की चिंता नहीं बल्कि भविष्य की चिंता है.
उन्होंने कहा कि अजितदादा हमेशा मेरे बड़े भाई रहेंगे. मैं रिश्तों और काम में गलतियां न करने को लेकर सजग हूं. राष्ट्रवादी को भ्रष्ट पार्टी बताने वाली, बार-बार एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी कहने वाली बीजेपी ने एनसीपी नेताओं को मंत्री बना दिया. इस बात का जवाब तो सिर्फ बीजेपी ही दे सकती है. बीजेपी ने ऐसा कदम इसलिए उठाया होगा क्योंकि बीजेपी को विश्वास नहीं है कि वह बहुमत के बावजूद चुनाव जीतेगी. मेरे और दादा के बीच कभी कोई बहस नहीं हुई. सुप्रिया सुले ने कहा है कि शरद पवार एक राष्ट्रवादी पार्टी हैं.
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विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए अध्यक्ष को पत्र लिखा गया है. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने बताया कि पार्टी के 9 विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को बिना बताए बिना शपथ ले ली है. उनके द्वारा उठाए गए कदम गैरकानूनी हैं. नौ विधायक पार्टी के नहीं हैं. इन विधायकों की सदस्यता तत्काल रद्द करने की मांग वाला पत्र विधानसभा अध्यक्ष को ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से और उनके आई-मैसेज पर भी भेजा गया है.
पार्टी को अंधेरे में रखने की अनुशासन समिति के एक सदस्य की शिकायत पर चुनाव आयोग को भी सूचित कर दिया गया है. राज्य के सभी कार्यकर्ता शरद पवार के साथ हैं. शपथ लेने वाले 9 विधायकों को अवैध मानते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. हमें उम्मीद है कि अध्यक्ष जल्द ही हमसे बात करेंगे.