मुंबई (महाराष्ट्र) : राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने के बाद विरोध थमता नजर नहीं आ रहा है. शनिवार को मुंबई में भी महाराष्ट्र महाविकास अगाड़ी (एमवीए) के विधायकों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया. इन विधायकों ने राहुल पर हुई कार्रवाई के खिलाफ राज्य विधानसभा के बाहर मौन विरोध प्रदर्शन किया. शनिवार को विधानसभा के बाहर विधायक मुंह पर काली पट्टी बांधकर सीढ़ियों पर बैठ गये. उनके हाथों में पोस्टर भी थे. इस दौरान शिवसेना (उद्धव ठाकरे) गुट के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे भी उपस्थित थे. उनके साथ कांग्रेस के जयंत पाटिल भी मौजूद थे.
इस मामले में एनसीपी नेता और एमवीए गठबंधन के सूत्रधार शरद पवार ने कहा कि हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों की रक्षा के लिए विपक्षी नेताओं को एक साथ खड़े होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हर व्यक्ति को स्वतंत्रता का अधिकार देता है. उन्होंने कहा कि संविधान में हर नागरिक को न्याय, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है. इसके साथ ही संविधान में अवसर की समानता और प्रत्येक भारतीय की गरिमा सुनिश्चित करता है.
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उन्होंने कहा इसके उलट राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि चोर को चोर कहना हमारे देश में एक अपराध बन गया है. और दूसरी ओर चोर और लुटेरे अभी भी आजाद घूम रहे हैं. राहुल गांधी पर की गई कार्रवाई यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है. उन्होंने कहा कि पूरा सरकारी तंत्र केंद्र सरकार के दबाव में हैं. यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है. सिर्फ लड़ाई को दिशा देनी है.
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(एएनआई)