पुणे : स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की ओर से महाराष्ट्र के पुणे (Pune in Maharashtra) स्थित एक गांव में कंडोम बांटे गए हैं. ये वही गांव है, जहां जीका वायरस (zika virus) का पहला मामला सामने आया था. स्वास्थ्य विभाग को डर है कि कहीं, परिवार बढ़ने पर वायरस भी न फैले इसलिए ये कदम उठाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, पुरंदर तालुका के बेलसर गांव में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कर्मचारी महिलाओं को गर्भधारण से बचने की सलाह दे रहे हैं. इतना ही नहीं, उन्हें परिवार नियंत्रण संसाधन (family planning) और पुरुषों में कंडोम पैकेट भी बांटे जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग ने गर्भधारण से बचने के लिए लोगों को चार महीने तक संभोग से दूर रहने या सुरक्षित तरीके से संभोग करने की सलाह दी है.
बता दें कि महाराष्ट्र में जीका (zika in maharashtra) का पहला मरीज पुरंदर तालुका के बेलसर गांव में मिला था. गांव में जुलाई की शुरुआत से ही बुखार के मरीज मिले हैं.
16 जुलाई को इनमें से पांच मरीजों के नमूने जांच के लिए एनआईवी भेजे गए थे और उनमें से तीन चिकनगुनिया से संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद एनआईवी के डॉ. योगेश गुरव के नेतृत्व में एक टीम ने गांव से 41 संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए लिये थे. उनमें से एक महिला के जीका वायरस से पीड़ित होने का पता चला था.
पढ़ें : केरल और महाराष्ट्र में कोविड की तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है : विशेषज्ञ