नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल (Vishwa Hindu Parishad Spokesperson Vinod Bansal) ने सोमवार को कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में हनुमान चालीसा पर अघोषित प्रतिबंध लगा रही है और इससे उसकी हरकतें हिंदू विरोधी चरित्र को सही ठहराती हैं.
विहिप प्रवक्ता ने 'मातोश्री' की ओर मार्च करने वाले एक विधायक और सांसद दंपति को गिरफ्तार करने के लिए उद्धव सरकार को भी आड़े हाथों लिया. बता दें कि महाराष्ट्र पुलिस ने सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा के खिलाफ देशद्रोह अधिनियम और आईपीसी की कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
विनोद बंसल ने कहा कि जो लोग हनुमान चालीसा पर अघोषित प्रतिबंध लागू करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें इससे बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसी ने कहा कि वे हनुमान चालीसा पर चैट करेंगे, तो आप उन पर देशद्रोह का मुकदमा कैसे कर सकते हैं? क्या एक विधायक और एक सांसद को विरोध करने का अधिकार नहीं है? उन्होंने कहा कि मातोश्री को कभी हिंदुत्व के मंदिर के रूप में जाना जाता था लेकिन आज वहां हनुमान चालीसा का पाठ करना अपराध हो गया है.
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर चल रहे विवाद के बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने फिर से स्पष्ट किया है कि न तो उनकी महाराष्ट्र इकाई और न ही बजरंग दल के कार्यकर्ता लाउडस्पीकर लगाने और किसी राजनीतिक दल या राजनेता द्वारा शुरू किए गए हनुमान चालीसा को बजाने के किसी भी अभियान में भाग नहीं लेंगे.
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ध्वनि प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट के 2005 के एक फैसले का जिक्र करते हुए विहिप नेता विनोद बंसल ने कहा कि अगर फैसले का सही तरीके से पालन किया जाता तो अब तक सभी लाउडस्पीकर हटा दिए जाते लेकिन दुर्भाग्य से केवल हिंदू धार्मिक कार्यक्रमों को लाउडस्पीकर बजाने से रोका जाता है, दूसरों को नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार को अपने दृष्टिकोण में तर्कसंगत होना चाहिए. यदि आप अन्य समुदाय के लोगों को लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दे रहे हैं, तो आप हिंदुओं को हनुमान चालीसा का जाप करने से कैसे रोक सकते हैं?
यह पूछे जाने पर कि क्या विहिप भी हाल के विवाद में कूदने की योजना बना रही है, प्रवक्ता ने कहा कि वे समय-समय पर मांग करते रहे हैं कि इन धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटा दिए जाएं. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जैसा सभी सरकारें दिखाएं जहां 22 हजार से ज्यादा लाउडस्पीकर अब तक हटाए जा चुके हैं और 40 हजार से ज्यादा बंद कर दिए गए हैं.