नागपुर: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच एकनाथ शिंदे गुट में शामिल रहे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख सूरत से 'भाग' कर बुधवार को नागपुर पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए खुद को किडनैप किए जाने का आरोप लगाया. देशमुख ने कहा कि वह सीएम उद्धव ठाकरे के साथ हैं. शिवसेना विधायक ने दावा किया कि कुछ लोगों ने उन्हें जबरदस्ती वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया था और उन्हें इंजेक्शन लगाया गया जबकि उन्हें दिल का दौरा नहीं पड़ा था.
देशमुख ने नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह किसी तरह सूरत से सुरक्षित महाराष्ट्र लौटने में सफल रहे और उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के प्रति अपनी निष्ठा जताई. देशमुख की पत्नी ने एक दिन पहले अकोला पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति लापता हैं. देशमुख विदर्भ क्षेत्र के अकोला जिले में बालापुर क्षेत्र से विधायक हैं.
उन्होंने दावा किया, 'मैं उद्धव ठाकरे और बालासाहेब ठाकरे का शिवसैनिक हूं. मेरा स्वास्थ्य अच्छा है. मंगलवार को, 20-25 लोगों और पुलिस कर्मियों ने मुझे सूरत के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया. उन्होंने कहा कि मुझे दिल का दौरा पड़ा था लेकिन मुझे कोई दिल का दौरा नहीं पड़ा था. मेरा रक्तचाप भी नहीं बढ़ा था. उनका इरादा गलत था. मुझे जबरन कुछ सूई लगाई गई.'
शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक दिन पहले दावा किया था कि शिंदे के साथ सूरत गए कुछ विधायकों को गुमराह किया गया है और 'अपहरण' कर उन्हें गुजरात ले जाया गया है. उन्होंने कहा था कि नितिन देशमुख ने जब भागने की कोशिश की तो सूरत में 'ऑपरेशन कमल' के तहत पुलिस और गुंडों ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें दिल का दौरा पड़ा.
देशमुख के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि यह बताता है कि लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. उन्होंने ट्वीट किया, 'नितिन देशमुख के स्पष्टीकरण से, कोई भी यह समझ सकता है कि कैसे निचले स्तर तक गिरकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं. इस संघर्ष में, कांग्रेस पार्टी शिवसेना और महा विकास आघाडी के साथ मजबूती से खड़ी है!'
बता दें, नितिन देशमुख को मंगलवार को सूरत के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे मंगलवार रात नितिन देशमुख से मिलने अस्पताल भी पहुंचे थे. बताया गया था कि सोमवार रात को तबीयत बिगड़ने के बाद देशमुख को होटल से अस्पताल ले जाया गया था. हालांकि, उनकी बीमारी के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की गई थी.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत करते हुए मंगलवार सुबह पार्टी के 30 से विधायकों के साथ सूरत पहुंचे थे. यहां सभी विधायकों को एक होटल में ठहराया गया था, लेकिन बुधवार सुबह इन्हें गुवाहाटी शिफ्ट कर दिया गया. एकनाथ शिंदे के गुट में नितिन देशमुख भी शामिल थे.
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र राजनीतिक संकट: ठाकरे की कैबिनेट की बैठक से पहले संजय राउत ने दिए विधानसभा भंग करने के संकेत