मुंबई: मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र कैबिनेट उप-समिति की बैठक सोमवार दोपहर 12 बजे होने वाली है, मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी. सीएमओ की ओर से कहा गया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी बैठक में शामिल होंगे. इससे पहले शनिवार को शिंदे ने कहा था कि राज्य सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर प्रतिबद्ध है.
जालना घटना पर बोलते हुए जहां मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, शिंदे ने कहा, 'नवंबर 2014 में, जब तत्कालीन सीएम देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में गठबंधन सरकार सत्ता में थी, सरकार ने मराठा समुदाय के आरक्षण की घोषणा की. हाईकोर्ट ने भी सरकार द्वारा लिए गए मराठा आरक्षण के फैसले को बरकरार रखा. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अलग फैसला लिया.
सब जानते हैं कि यह किसी की लापरवाही के कारण हुआ है. मराठा आरक्षण का मामला फिलहाल कोर्ट में है. राज्य सरकार इस मामले को अदालत में लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है. कुछ कठिनाइयाँ हैं, और राज्य सरकार उन्हें हल करने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री ने लोगों से उन लोगों से सावधान रहने की अपील की जो स्थिति से राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं मराठा समुदाय से जिन्होंने अब तक बहुत ही समझदारी और शांति से अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं, हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि वे संयम बरतें और कानून को अपने हाथ में न लें. इस आंदोलन के नेता जारांगे पाटिल से मेरी बातचीत हुई. उनकी मांगों को लेकर मेरी अध्यक्षता में बैठकें भी हुईं. उनकी मांगों पर सरकार की ओर से कार्रवाई की जा रही थी. हालांकि, उसके बाद भी आंदोलन शुरू हो गया. मैंने जारांगे से अनुरोध किया था.' शिंदे ने कहा, 'पाटिल को आंदोलन वापस लेने को कहा गया, लेकिन विरोध अभी भी जारी है.'
सीएम ने कहा, 'हालांकि, विरोध के दौरान जारांगे पाटिल की हालत बिगड़ गई, कलेक्टर और एसपी वहां गए क्योंकि वे उनकी स्थिति के बारे में चिंतित थे.' वे अनुरोध कर रहे थे कि जारांगे पाटिल को अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए. हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उसी समय हुई. मैंने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं. साथ ही, मैंने सरकार के खर्च पर इसमें सभी घायलों का इलाज करने के निर्देश दिए हैं. इससे पहले शुक्रवार को जालना में मराठाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया.
(एएनआई)