मुंबई: महाराष्ट्र सरकार के असंतुष्ट कर्मचारियों ने आज हड़ताल का आह्वान किया है. पुरानी पेंशन योजना के लिए मुंबई में कर्मचारी संघ आक्रामक रूप से संघर्ष कर रहे हैं. हड़ताल के दौरान प्रशासनिक कामकाज ठप हो सकता है क्योंकि बातचीत से कोई रास्ता नहीं निकल रहा है. इस मामले को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार सक्रिय हो गई है. मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन ने चेतावनी दी है कि हड़ताली कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है. हड़ताल के नतीजे प्रदेश में दिखने लगे हैं.
मुंबई में कर्मचारियों की हड़ताल की स्थिति: पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए राज्य के 18 लाख सरकारी अर्धसरकारी कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इस हड़ताल में मुंबई के जेजे अस्पताल के तीसरे और चौथे दर्जे के कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं. पहले भी हड़ताल की गई थी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, इसलिए जेजे अस्पताल के कर्मचारियों ने नारेबाजी की और चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी. अस्पताल के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने से अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं.
अहमदनगर में जिलाधिकारी ने कहा, काम नहीं तो वेतन नहीं: हड़ताल के दौरान आवश्यक सेवाएं बाधित ना हो इसके लिए अहमदनगर के जिला कलेक्टर सिद्धाराम सलीमठ ने कड़े संकेत दिए हैं. सुनिश्चित करें कि महाराष्ट्र आवश्यक सेवा अधिनियम के तहत घोषित सरकारी सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रहें. अस्पतालों, जलापूर्ति, स्वच्छता सहित सभी सार्वजनिक सेवाओं के सुचारू जारी रहे. वर्तमान में 10वीं और 12वीं की परीक्षा चल रही है और शिक्षा विभाग वैकल्पिक जनशक्ति प्रदान करे ताकि इन परीक्षाओं में कोई बाधा न हो, जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि हड़ताल के दौरान आम नागरिकों को परेशानी न हो इसका ध्यान रखा जाए. साथ ही आवश्यक सेवाएं नियमित रूप से जारी रहे.