प्रयागराजः माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के बाद तीनों शूटरों के पास से बरामद पिस्टल की बैलिस्टिक रिपोर्ट आ गई है. फोरेंसिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि बरामद पिस्टल से ही फायरिंग की गई थी. मौके से बरामद जिगाना और गिरसान के साथ ही देसी पिस्टल से फायरिंग की गई थी. जिगाना से 13 और गिरसान पिस्टल से 11 राउंड फायरिंग की गयी थी. जबकि देसी पिस्टल से 4 राउंड फायरिंग हुई थी. इन्हीं दोनों पिस्टल से चली गोलियों ने अतीक अशरफ की जान ली. वहीं, मौके से बरामद अन्य वस्तुओं की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है.
15 अप्रैल को तीन शूटरों ने की थी अतीक अशरफ की हत्याः माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को उस वक्त हत्या कर दी गयी थी, जब अतीक और अशरफ को पुलिस कस्टडी में लेकर अस्पताल पहुंची थी. अस्पताल में एंट्री करते समय ही पत्रकार बनकर पहुंचे शूटरों ने मीडिया वालों से बात करने के दौरान अतीक और अशरफ के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी. अचानक से हुई फायरिंग में चंद सेकेंड में ही अतीक और अशरफ ढेर हो गए थे. इसके बाद हमलवारों ने मौके पर ही सरेंडर कर दिया था. पुलिस को मौके से तीन पिस्टल के साथ ही कारतूस बरामद हुए थे, जिसे अन्य साक्ष्यों के साथ जांच के लिए लैब भेज दिया गया था.
बैलिस्टिक रिपोर्ट में हुआ खुलासाः अतीक और अशरफ की हत्या के बाद मौके से बरामद तीन पिस्टल और उसके कारतूसों को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया था, जहां से सोमवार को बैलिस्टिक रिपोर्ट आई है. रिपोर्ट के अनुसार मौके से बरामद जिगाना और गिरसान पिस्टल के साथ ही देसी पिस्टल से भी फायरिंग की गई थी. 15 अप्रैल को तुर्की की जिगाना पिस्टल से 13 राउंड और गिरसान पिस्टल से 11 राउंड गोलियां दागी गयी थीं. इसके साथ ही मौके से बरामद देसी पिस्टल से भी फायरिंग करने की पुष्टि हो गयी है.
पुलिस कोर्ट में कोर्ट में दाखिल करेगी बैलेस्टिक रिपोर्टः पिस्टल की बैलिस्टिक रिपोर्ट को पुलिस अब कोर्ट में भी दाखिल करगी. हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी अब अपनी विवेचना में इन वैज्ञानिक साक्ष्यों को भी शामिल करेगी. बैलिस्टिक रिपोर्ट से यह भी साबित होता है कि मौके से बरामद इन्हीं दो विदेशी पिस्टल से चली गोलियों से ही अतीक अशरफ की मौत हुई है. बताया यह भी जा रहा है कि मौके से मिली तुर्की की दोनों पिस्टल भारत में प्रतिबंधित हैं.
ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि आखिर शूटरों के पास यह प्रतिबंधित पिस्टल कहां से आयी. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि शूटरों को यह पिस्टल कहां से और कैसे मिली थी. इन पिस्टल की कीमत दस लाख से अधिक बतायी जा रही है. इन पिस्टल की विशेषता यह है कि इसे लोड करने के बाद एक बार में 15 राउंड फायरिंग की जा सकती है.
तीन टीमें कर रही है मामले की जांचः अतीक अशरफ हत्याकांड की तीन टीमें जांच कर रही हैं. शासन के द्वारा माफिया बंधुओं की हत्या की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है. हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और न्यायधीश के साथ ही अन्य पूर्व डीजीपी और जिला जज शामिल हैं. पांच सदस्यों वाली न्यायिक जांच आयोग के गठन से पहले पुलिस की तरफ से भी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. तीन सदस्यों वाली एसआईटी की जांच की निगरानी और प्रगति जांचने के लिए डीजीपी स्तर से पुलिस कमिश्नर की अगुवाई में जांच कमेटी का गठन किया गया है.
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