बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली की जिला जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के एक और गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह गुर्गा अशरफ के साले सद्दाम और उसके साथी लल्ला गद्दी के साथ जेल में गैर कानूनी तरीके से मुलाकात करने जाता था और पैसे का लेनदेन करता था. फिलहाल बरेली के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले अशरफ के गुर्गे फरहद उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में 7 मार्च को एक मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ और उसके साले सद्दाम व उसके गुर्गे लल्ला गद्दी सहित जेल के बंदी रक्षक और जेल के एक अन्य अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. मुकदमे में आरोप लगाया गया था कि जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ अपने गुर्गों के साथ अवैधानिक तरीके से मुलाकात कर अभियोजन, गवाहों और पुलिस अधिकारियों की हत्या की प्लानिंग करता है और गैरकानूनी तरीके से उसके गुर्गे जेल में अधिकारियों की मिलीभगत से मुलाकात करते हैं.
इसके बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. पुलिस इस मामले में अब तक दो बंदी रक्षक सहित 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और शुक्रवार को बिथरी चैनपुर थाने की पुलिस ने अशरफ के एक और गुर्गे फरहद उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया. बिथरी चैनपुर थाने के प्रभारी अश्वनी सिंह ने बताया कि 7 मार्च को दर्ज मुकदमे में विवेचना के दौरान जेल में बंद अशरफ के एक और गुर्गे के फरहद उर्फ गुड्डू का नाम सामने आया था. जिसे शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया.
थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी फरहद उर्फ गुड्डू अशरफ के साले सद्दाम और लल्ला गद्दी के साथ रहता था और अशरफ से गैरकानूनी तरीके से जेल में मुलाकात करने जाता था. इतना ही नहीं उसके अकाउंट से पैसों का भी काफी लेनदेन की जानकारी सामने आई है, जिसके बाद शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.
अशरफ के कई गुर्गे अभी हैं फरारः बरेली की जिला जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के 7 गुर्गों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जबकि अन्य साथी अभी फरार हैं, जिसमें लल्ला गद्दी और सद्दाम मुख हैं जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है. बिथरी थाने के इंस्पेक्टर अश्वनी सिंह ने बताया कि लल्ला गद्दी और उसके साथियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और विवेचना में जो भी आरोपी का नाम सामने आएगा उसे भी बख्शा नहीं जाएगा.