ETV Bharat / bharat

MP में चिकित्सा शिक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम का शुभारंभ 16 अक्टूबर को करेंगे गृह मंत्री अमित शाह - हिंदी पाठ्यक्रम का शुभारंभ 16 अक्टूबर को

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में मेडिकल की पढ़ाई (Hindi syllabus of medical education) की पूरी तैयारी कर ली गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home minister Amit Shah) 16 अक्टूबर को भोपाल में एक समारोह में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारंभ करेंगे. अमित शाह राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा शिक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम की पाठ्यपुस्तकों का अनावरण करेंगे. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Medical Education Minister Vishwas Sarang) ने बताया कि ये पाठ्यक्रम हिंदी में इस प्रकार तैयार किया गया है कि इसे पढ़ने वाले स्टूडेंट्स अंग्रेजी वाले पाठयक्रम से पीछे नहीं रहेंगे. (Hindi syllabus of medical education) (Amit Shah in Bhopal 16 October) (Amit Shah launch Hindi syllabus)

Amit Shah, Union Home Minister
अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री
author img

By

Published : Oct 7, 2022, 10:52 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनयिरंग की पढ़ाई अब हिंदी भाषा में कराने की पूरी तैयारी कर ली गई है. पहले चरण में मेडिकल की पढ़ाई शुरू होने जा रही है. प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पीटीआई को बताया कि चिकित्सा शिक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम की पुस्तकें तैयार हैं. इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज ने कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह अपनी मातृभाषा के गौरव को स्थापित करने का कार्यक्रम है और लोगों की मानसिकता को बदलने के लिए एक ऐतिहासिक घटना है.

CM शिवराज बोले- अंग्रेजी की मानसिकता बदलेगी : सीएम शिवराज ने कहा कि यह साबित करने के लिए एक उदाहरण होगा कि विशेष विषयों को हिंदी में पढ़ाया जा सकता है, न कि केवल अंग्रेजी में. सीएम ने कहा कि कहा कि राज्य में चिकित्सा शिक्षा के अलावा, इंजीनियरिंग, नर्सिंग और पैरामेडिकल पाठ्यक्रम भी आने वाले दिनों में हिंदी में पढ़ाए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. विशेष रूप से हिंदी विशेषज्ञों को, क्योंकि इसका उद्देश्य भाषा के प्रति लोगों की मानसिकता को बदलना है. पाठ्यक्रम के बारे में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पुस्तकों का पहला खंड शरीर विज्ञान, जैव रसायन और शरीर रचना विज्ञान जैसे विषयों के लिए तैयार हैं और एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों को ये पुस्तकें दी जाएंगी.

Bhopal Hindi Diwas: सीएम शिवराज की पहल, एमपी देश का पहला राज्य जहां हिंदी में होगी विज्ञान और तकनीकी की पढ़ाई

विशेषज्ञों ने तैयार किया है पाठ्यक्रम : मंत्री सारंग ने कहा कि तीन विषयों की पाठ्यपुस्तकें विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा तैयार की गईं हैं. इन पुस्तकों का दूसरा खंड तैयार किया जा रहा है. किताबें इस तरह से तैयार की जा रही हैं कि रक्तचाप, रीढ़, हृदय, गुर्दे जैसे तकनीकी शब्द तैयार किए जा रहे हैं. जिगर या शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंग और संबंधित शब्द हिंदी में लिखे जाते हैं क्योंकि वे अंग्रेजी में उच्चारित होते हैं. उन्हें अंग्रेजी में कोष्ठक में भी लिखा जाएगा. पाठ्यपुस्तकों को इस तरह से तैयार किया गया है कि हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाल स्टूडेंट्स पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद पीछे नहीं रहेंगे. क्योंकि वे अंग्रेजी और हिंदी में सभी तकनीकी और चिकित्सा शब्द सीखेंगे. प्रथम वर्ष में, शरीर विज्ञान, शरीर रचना और जैव रसायन मुख्य रूप से छात्रों को पढ़ाया जाएगा. (पीटीआई)

(Hindi syllabus of medical education) (Amit Shah in Bhopal 16 October) (Hindi syllabus of medical education) (Home minister Amit Shah)

भोपाल। मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनयिरंग की पढ़ाई अब हिंदी भाषा में कराने की पूरी तैयारी कर ली गई है. पहले चरण में मेडिकल की पढ़ाई शुरू होने जा रही है. प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पीटीआई को बताया कि चिकित्सा शिक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम की पुस्तकें तैयार हैं. इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज ने कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह अपनी मातृभाषा के गौरव को स्थापित करने का कार्यक्रम है और लोगों की मानसिकता को बदलने के लिए एक ऐतिहासिक घटना है.

CM शिवराज बोले- अंग्रेजी की मानसिकता बदलेगी : सीएम शिवराज ने कहा कि यह साबित करने के लिए एक उदाहरण होगा कि विशेष विषयों को हिंदी में पढ़ाया जा सकता है, न कि केवल अंग्रेजी में. सीएम ने कहा कि कहा कि राज्य में चिकित्सा शिक्षा के अलावा, इंजीनियरिंग, नर्सिंग और पैरामेडिकल पाठ्यक्रम भी आने वाले दिनों में हिंदी में पढ़ाए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. विशेष रूप से हिंदी विशेषज्ञों को, क्योंकि इसका उद्देश्य भाषा के प्रति लोगों की मानसिकता को बदलना है. पाठ्यक्रम के बारे में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पुस्तकों का पहला खंड शरीर विज्ञान, जैव रसायन और शरीर रचना विज्ञान जैसे विषयों के लिए तैयार हैं और एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों को ये पुस्तकें दी जाएंगी.

Bhopal Hindi Diwas: सीएम शिवराज की पहल, एमपी देश का पहला राज्य जहां हिंदी में होगी विज्ञान और तकनीकी की पढ़ाई

विशेषज्ञों ने तैयार किया है पाठ्यक्रम : मंत्री सारंग ने कहा कि तीन विषयों की पाठ्यपुस्तकें विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा तैयार की गईं हैं. इन पुस्तकों का दूसरा खंड तैयार किया जा रहा है. किताबें इस तरह से तैयार की जा रही हैं कि रक्तचाप, रीढ़, हृदय, गुर्दे जैसे तकनीकी शब्द तैयार किए जा रहे हैं. जिगर या शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंग और संबंधित शब्द हिंदी में लिखे जाते हैं क्योंकि वे अंग्रेजी में उच्चारित होते हैं. उन्हें अंग्रेजी में कोष्ठक में भी लिखा जाएगा. पाठ्यपुस्तकों को इस तरह से तैयार किया गया है कि हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाल स्टूडेंट्स पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद पीछे नहीं रहेंगे. क्योंकि वे अंग्रेजी और हिंदी में सभी तकनीकी और चिकित्सा शब्द सीखेंगे. प्रथम वर्ष में, शरीर विज्ञान, शरीर रचना और जैव रसायन मुख्य रूप से छात्रों को पढ़ाया जाएगा. (पीटीआई)

(Hindi syllabus of medical education) (Amit Shah in Bhopal 16 October) (Hindi syllabus of medical education) (Home minister Amit Shah)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.