लखनऊ : इंडियन आर्मी डे पर कई कार्यक्रम कराए गए. इसी कड़ी में छावनी मध्य कमान की ओर से सूर्या ग्राउंड पर शौर्य संध्या का आयोजन किया गया. इसमें सेना के जवानों ने शानदार प्रदर्शन किया. कॉम्बैट फ्री फॉल में दिखाया गया कि दुश्मन सेना ने सूर्या खेल परिसर को अपने कब्जे में ले लिया है. दुश्मनों का सैन्य कमांडर पास ही बने मुख्यालय में बैठा है. सूचना पर भारतीय सेना के जवान एक्टिव हो गए. 10 हजार फीट की ऊंचाई से पैरा कमांडो ने दुश्मनों पर धावा बोलने के लिए छलांग लगा दी. 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पैराशूट की मदद से सेना के बहादुर जवान दुश्मनों के इलाके में दाखिल हो गए. उनके पीछे एसाल्ट रायफलों के साथ सैन्यकर्मी भी उतर पड़े. जवानों ने दुश्मन पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी. गोलियों की तड़तड़ाहट से सनसनी पैदा हो गई. सेना ने लाइट एयरक्राफ्ट के साथ ही ड्रोन का भी दुश्मन को तबाह करने में इस्तेमाल किया. कुछ ही घंटे के अंदर दुश्मन सेना का कमांडर भारतीय सेना के जवानों के कब्जे में आ गया. इस तरह सेना ने सफलतापूर्वक अपने काम को अंजाम दिया.
भारतीय सेना ने अपने शौर्य, पराक्रम व साहस से दर्शकों को रूबरू कराने के लिए कॉम्बैट फ्री फॉल का प्रदर्शन किया. सेना दिवस पर सूर्या खेल परिसर में आयोजित शौर्य संध्या में सेना के वीर जवानों ने यह प्रदर्शन किया. शौर्य संध्या में देश के रक्षामंत्री व लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. सेना के जवानों के शौर्य को देखकर रक्षामंत्री का भी सीना गर्व से चौड़ा हो गया. कॉम्बैट फ्री फॉल में दुश्मन को हर तरफ से घेरने के लिए सेना के जवानों ने जमीन से लेकर आसमान तक जाल बिछा दिया. कमांडो लाइट एयरक्राफ्ट से रस्सी के सहारे दुश्मन के कब्जे वाले इलाके में उतरे. इसके बाद उन्होंने आसपास से हेड क्वार्टर को घेर लिया. अपने साथ एसॉल्ट डॉग को भी जवानों ने साथ लिया था. हेड क्वार्टर में छिपा एक आतंकी जब सेना के जवानों से बचकर भागने लगा तो उसे एसॉल्ट डॉग ने दौड़ाकर घेर लिया और उसे जख्मी कर दिया. इसके बाद पल भर में ही सेना के बहादुर जवान वहां पर जा पहुंचे और दुश्मन को अपने कब्जे में ले लिया. ऑपरेशन के दौरान पानी की टंकी से दुश्मन पर निगरानी रखी जा रही थी. शक होने पर जांच के लिए माउंटेन बाइकर्स भेजे गए. भारतीय सेना ने एडवांस हेलीकॉप्टरों से स्नाइपरों को भी मैदान में उतार दिया, लेकिन दुश्मनों से परिसर को खाली कराने में सेना को तब मदद मिली, जब छह इंच के ब्लैक हॉर्नेट ड्रोन ने मुख्यालय की रेकी कर तस्वीरें भेजी. इसके बाद सेना के यूएवी व जांबाजों ने जो तबाही मचाई, उससे दुश्मन का कलेजा कांप उठा. सेना के पराक्रम के आगे दुश्मन के हौसले पस्त हो गए.
कॉम्बैट फ्री फॉल डेमोंस्ट्रेशन के अलावा शौर्य संध्या में घुड़सवारी, डेयरडेविल्स, पैरा मोटर्स, सुखोई व माइक्रोलाइट एयरक्राफ्टों ने भी अपने जौहर दिखाए. कार्यक्रम में थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल, पूर्व आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे, जनरल वीपी मलिक सहित उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य भी उपस्थित थे.
सुखोई ने दिखाई ताकत, बढ़ाया रोमांच : शौर्य संध्या के दौरान दर्शकों को जोश उस वक्त दोगुना हो गया, जब बरेली एयरफोर्स स्टेशन से तीन सुखोई लखनऊ पहुंचे और अर्जुन फॉर्मेशन बनाकर दर्शकों के सामने से गुजरे. सुखोई की गरज, ताकत व रफ्तार दर्शकों का दीवाना बना गई. दर्शक दूर तलक सुखोई को गुजरते हुए देखते रहे. ढलते सूरज के बीच से गुजरते सुखोई लड़ाकू जहाज दर्शकों को रोमांचित करते नजर आए. एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव ने भी फॉर्मेशन बनाए.
जमीन को छूकर निकल गए पैरा मोटर्स : शौर्य संध्या के आगाज को 50 इंडिपेंटेंड पैरा मोटर्स के जांबाजों ने यादगार बना दिया. हवा में उन्होंने कई करतब दिखाए, लेकिन जब वे टच डाउन कर दोबारा आसमान में गोते लगाने के लिए उड़े तो दर्शकों ने दांतों तले अंगलियां दबा लीं. गया के आर्मी एडवेंचर विंग माइक्रोलाइट एयरक्राफ्टस ने टचडाउन से शक्ति प्रदर्शन किया.
वीर नारियों को रक्षामंत्री ने किया सम्मानित : कार्यक्रम के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चार वीर नारियों को सम्मानित किया. जाट रेजिमेंट के सूबेदार प्रभु सिंह को मरणोपरांत सेना मेडल वीरता दिया गया. उनकी पत्नी सुमन देवी को सम्मानित किया. मरणोपरांत सेना मेडल वीरता पाने वाले सिखलाई के निशान सिंह की पत्नी रमनदीप कौर, महार रेजिमेंट के सिपाही संतोष यादव की पत्नी धर्मशिला और महार रेजिमेंट के सिपाही चह्वाण रोमित तानाजी की मां वैशाली तानाजी को डिफेंस मिनिस्टर ने सम्मानित किया. शौर्य संध्या के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ तौर पर कहा कि भारतीय सेना अब सहन नहीं करती है बल्कि दुश्मन को जवाब देती है. हम सेना को लगातार मजबूत कर रहे हैं. अब फंड के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता जैसी जरूरत होती है वैसी तत्काल पूरी की जाती है. देश का रक्षा मंत्री और लखनऊ का सांसद होने के नाते मैंने दिल्ली से बाहर लखनऊ में सेना दिवस का आयोजन कराया है. डिफेंस एक्सपो का भी आयोजन कराया.
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