नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) के बीच बैठक के बाद भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन (India-Australia Bilateral Summit) कल यानी 21 मार्च को आयोजित होगा. आस्ट्रेलिया ने रविवार को कहा कि वह इस महीने के अंत तक भारत के साथ प्रथम चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने को लेकर आशान्वित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके आस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन सोमवार को एक डिजिटल शिखर बैठक करेंगे, जिसमें व्यापार एवं निवेश के क्षेत्रों सहित दोनों पक्षों के बीच संपूर्ण व्यापक रणनीतिक संबंधों को और आगे बढ़ाने की उम्मीद है.
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महत्वाकांक्षी ‘मुक्त व्यापार समझौता’ (एफटीए) के प्रथम चरण को संभावित रूप से अंतिम रूप दिये जाने की पुष्टि रविवार को आस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फारेल ने की. ओ फारेल ने संवाददाताओं से कहा कि हम इस महीने के अंत तक प्रथम चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने को लेकर आशान्वित हैं. मोदी और मॉरीसन के बीच जून 2020 में हुई पहली डिजिटल शिखर बैठक के बाद सोमवार की बैठक होने वाली है. उस वक्त भारत-आस्ट्रेलिया संबंध को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक ले जाया गया था. राजनयिक सूत्रों ने बताया कि मॉरिसन भारत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की एक निवेश योजना की घोषणा करेंगे. इसमें स्वच्छ प्रौद्योगिकी और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग के लिए 183 करोड़ रुपये तथा अंतरिक्ष क्षेत्र में संबंध बढ़ाने के लिए 136 करोड़ रुपये शामिल हैं. बैठक में दोनों पक्षों के ‘रेयर अर्थ मिनिरल’ में सहयोग के लिए एक विशेष घोषणा करने की उम्मीद है. आस्ट्रेलिया वैश्विक लिथियिम उत्पादन का 55 प्रतिशत उत्पादित करता है और उसके पास विश्व के लिथियम भंडार का करीब 20 प्रतिशत है.