बेंगलुरु: कर्नाटक की लोकायुक्त पुलिस ने एक खाद्य निरीक्षक को उस समय गिरफ्तार किया है, जब वह खाद्य उत्पादों के व्यापार लाइसेंस की जांच के लिए रिश्वत ले रहा था. बताया जा रहा है कि फूड इंस्पेक्टर महंतेगौड़ा बी कदबालु को लोकायुक्त पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह ₹43 हजार की रिश्वत ले रहा था. फूड इंस्पेक्टर महंतेगौड़ा बी कदबालु ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी.
जानकारी के मुताबिक फूड इंस्पेक्टर महंतेगौड़ा ने खाद्य उत्पाद बेचने के लाइसेंस के लिए रंगधामय्या से 1 लाख रुपये की मांग की थी, उनको 10 हजार रुपये पहले ही मिल चुके थे. इसके बाद रंगधमय्या ने लोकायुक्त से संपर्क किया. लोकायुक्त इंस्पेक्टर श्रीकांत के नेतृत्व में टीम ने देर रात ट्रैप कार्रवाई की. टीम ने महंतेगौड़ा को 43 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया. लोकायुक्त पुलिस टीम को देखते ही महंते गौड़ा ने अपनी कार अधिकारियों पर चढ़ाने की कोशिश की.
15 किमी पीछा करने के बाद दबोचा: बताया जा रहा है कि लोकायुक्त पुलिस ने करीब 15 किमी तक पीछा किया और नेलमंगला के सोंडेकोप्पा के पास आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की और उसे पैसे के साथ गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि आरोपी महंतेगौड़ा के खिलाफ जांच जारी है.
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कर्नाटक में लोकायुक्त काफी सक्रिया है. लोकायुक्त की टीम समय-समय कार्रवाई करती रहती है. हाल ही में 29 जून को लोकायुक्त पुलिस ने आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में एक तहसीलदार के 11 परिसरों पर छापेमारी की थी. उसके एक दिन बाद गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर किया था. केआर पुरम में बेंगलुरु ईस्ट तालुक के तहसीलदार एस अजित कुमार राय को विस्तृत जांच के लिये गिरफ्तार किया गया था.