नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) के 13वें दिन आज पेगासस जासूसी (Pegasus Snooping) मामला, केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग और कुछ अन्य मुद्दों पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी. दो बार के स्थगन के बाद अपराह्न 2 बजकर करीब 5 मिनट पर शुरू हुई कार्यवाही के दौरान भी विपक्षी सांसदों के हंगामे से व्यवधान हुआ और कार्यवाही शाम चार बजे तक स्थगित कर दी गयी. शाम चार बजे कार्यवाही फिर शुरू हुई, लेकिन सदन में व्यवस्था नहीं बनी और पीठासीन सभापति रमा देवी ने कार्यवाही को शाम पांच बजे तक स्थगित कर दिया.
इससे पहले हंगामे के बीच ही शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021' पेश किया. प्रश्नकाल शुरू होने के बाद भी कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य पेगासस जासूसी मामला और किसानों के मुद्दे पर हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए.
हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह और पोत परिवहन तथा जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए.
इस दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने नारेबाजी कर रहे कुछ विपक्षी सदस्यों का प्रश्न आने पर उन्हें पूरक प्रश्न पूछने को कहा. अध्यक्ष ने कहा, 'आपको जनता ने यहां प्रश्न पूछने के लिए भेजा है, आप प्रश्न पूछिए.' उन्होंने नारे लगा रहे सदस्यों से कहा कि देश की जनता चाहती है संसद चले....नियमों से चले. उन्होंने कहा, 'लेकिन आप जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, वह उचित नहीं. जनता कहती है कि हमारे करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं तो संसद चलनी चाहिए. आप अपने स्थान पर जाकर बैठें और सदन की कार्यवाही चलने दें.'
हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई. दोपहर 12 बजे कार्यवाही फिर से आरंभ होने पर सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दिल्ली में नौ वर्षीय बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म और उसकी हत्या का मुद्दा का उठाया और कहा कि वह निंदा प्रस्ताव लाना चाहते हैं.
इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बच्ची के माता-पिता की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा कर कानून का उल्लंघन किया है जिसकी निंदा होनी चाहिए. इसके बाद विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, 'कृपया अपनी सीट पर जाइए और कार्यवाही में सहयोग कीजिए.'
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हालांकि विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा. हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने दोपहर करीब 12 बजकर 10 मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
बैठक पुन: शुरू होने पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021' पेश किया. इस दौरान, रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के सदस्य एन. के. प्रेमचंद्रन और कांग्रेस के मनीष तिवारी ने हंगामे के बीच विधेयक पेश किये जाने का विरोध किया. उन्होंने कहा कि सदन में व्यवस्था बनने पर ही विधेयक पेश होना चाहिए. हंगामा नहीं थमने पर पीठासीन सभापति काकोली घोष दस्तीदार ने बैठक कुछ ही मिनट बाद शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
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गत 19 जुलाई को मॉनसून सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य पेगासस जासूसी मामला और केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों समेत अन्य मुद्दों पर नारेबाजी कर रहे हैं. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही है.
(पीटीआई-भाषा)