नई दिल्ली : कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कांग्रेस एक बार फिर लॉकडाउन के पक्ष में है. पार्टी के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता डॉ. अजय कुमार ने कहा कि लॉकडाउन का फैसला स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा किया जाना है. मुझे पूरा विश्वास है कि यह आवश्यक है, लेकिन आप मनमाने ढंग से लॉकडाउन नहीं कर सकते. आपको तैयार रहने की आवश्यकता है.
उन्होंने सवाल किया कि क्या होगा यदि असंगठित श्रमिक अपने घर वापस जाना चाहते हैं? डॉ. अजय ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी की शैली में लॉकडाउन करना सबसे बुरा है जो वे ही कर सकते हैं. आप लॉकडाउन की तैयारी करते हैं. आप लोगों को तैयार करते हैं. भोजन की तैयारी करते हैं. गरीब लोगों की तैयारी करते हैं फिर यदि आवश्यक हो, तो आपको लॉकडाउन करने की घोषणा करनी चाहिए.
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चेतावनी दी थी कि अगर अस्पतालों में कोविड बेड की कमी हुई, तो राजधानी में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी मीडिया को यह बताया कि लॉकडाउन पर अंतिम निर्णय 14 अप्रैल के बाद लिया जाएगा. उन्होंने टीके की कमी के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे अपने पत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा की गई मांग का भी जिक्र किया है. जिसमें सभी टीका उम्मीदवारों के लिए फास्ट ट्रैक मंजूरी की मांग की गई है. आज रूसी स्पूतनिक वी वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है.
अजय कुमार ने कहा कि राहुल गांधी एक ही बात कह रहे हैं. उन्होंने आग्रह किया कि कृपया सभी दवाओं को स्वीकृत करें, ताकि हमारे पास अधिकतम वैक्सीन उपलब्ध हो सके. लेकिन रविशंकर प्रसाद अजीब तर्क दे रहे हैं. यह सवाल हम नहीं पूछेंगे कि उन्हें कितना कमीशन मिलता है, क्योंकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस फार्मा कंपनियों की पैरवी कर रही है, इसलिए आज उन्होंने इसे मंजूरी दे दी है.
महाराष्ट्र, पंजाब, ओडिशा, छत्तीसगढ़ की राज्य सरकारें भी केंद्र सरकार से तत्काल आपूर्ति के लिए टीकों की कमी की शिकायत कर रही हैं. कुमार ने केंद्र से मांग की है कि सबसे पहले टीके उपलब्ध कराएं.
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