पूर्वी गोदावरी (आंध्र प्रदेश): पूर्वी गोदावरी जिले के कोव्वुर मंडल डोमेरू में तनावपूर्ण स्थिति है. बुधवार को डोमेरू में अनुसूचित जाति के युवक महेंद्र ने आत्महत्या कर ली थी. गृह मंत्री तनेती वनिता (Home Minister Taneti Vanitha) जब परिजनों से मिलने पहुंचीं तो स्थानीय लोगों ने कड़ा विरोध करते हुए जाम लगा दिया. भारी संख्या में पुलिस तैनात कर स्थानीय लोगों को रोकने की कोशिश की गई. इसी बीच जमकर झड़प हुई.
प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाए. स्थानीय लोगों ने सरकार, गृह मंत्री वनिता और पुलिस के व्यवहार पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. आरोप है कि पुलिस ने जो व्यवहार किया, उससे आहत होकर महेंद्र ने आत्महत्या करने की कोशिश की. गंभीर हालत में युवक को विजयवाड़ा अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान बुधवार रात उसकी मौत हो गई.
ये है मामला : डोमेरू में वाईसीपी की फटी फ्लेक्सी को लेकर हुए विवाद में एससी युवक महेंद्र को पुलिस थाने ले गई थी. खेत में काम चल रहा था तभी पुलिस वहां पहुंच गई और युवक को थाने ले गई. उसे शाम तक थाने में बैठाए रखा गया, जबकि उसका कहना था कि विवाद से कोई लेना-देना नहीं है. बाद में महेंद्र काफी आहत हुआ और उसने आत्महत्या करने की कोशिश की. स्थानीय अस्पताल में इलाज के बाद, महेंद्र को बेहतर इलाज के लिए विजयवाड़ा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. वहां इलाज के दौरान महेंद्र की मौत हो गई.
सुबह-सुबह जब पुलिस युवक के शव को डोमेरू लेकर आई तो स्थानीय लोग पुलिस पर टूट पड़े. उन्होंने बोतलों और पत्थरों से हमला किया. पुलिस वहां से भाग खड़ी हुई. हमले में एएसआई घायल हो गए. परिजनों ने आक्रोश जताया कि पुलिस के व्यवहार के कारण महेंद्र की मौत हुई. भारी तनाव के बीच महेंद्र का अंतिम संस्कार किया गया.
मृतक के परिवार के सदस्यों से तेलुगु देशम, जन सेना और प्रजा संघ के नेताओं ने मुलाकात की. उन्होंने वाईसीपी शासन के दौरान अनुसूचित जाति पर हमले और अराजकता पर गहरा गुस्सा व्यक्त किया.
इसी क्रम में जब गृह मंत्री तनेती वनिता और मंत्री मेरुगा नागार्जुन पीड़ित परिवार से मिलने डोमेरू पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने इसकी कड़ी निंदा की. उन्हें गांव में घुसने से रोकने की कोशिश की. इसी क्रम में जमकर बहस और मारपीट हुई. मंत्री मेरुगा नागार्जुन ने स्थानीय लोगों और मृतकों के रिश्तेदारों से बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की. आत्महत्या करने वाले महेंद्र के परिवार को सरकार ने 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया है.