कांकेर: सोमवार की सुबह रानवाही में रहने वाली ग्रामीण महिला बुधमति पटेल के घर के आंगन में इंसास राइफल की एक जिंदा कारतूस मिला. धीरे धीरे ये बात पूरे गांव में फैली और हल्ला मच गया. ग्रामीण महिला का दावा है कि सुबह वह घर के आंगन में खाना बना रही थी इसी दौरान कारतूस गिरा. महिला का कहना है कि उसने फायर की आवाज भी सुनी है. महिला का दावा भी सही दिख रहा है क्योंकि कारतूस जहां पर गिरा है उस जगह पर हल्का सा गड्ढा भी दिख रहा हैं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कारतूस अपने कब्जे में ले लिया.
पुलिस ने कहा- ग्रामीण उठाकर लाए होंगे कारतूस: इस संबंध में एसडीओपी प्रशांत सिंह पैकरा ने बताया "गांव से बाहर चांदमारी किया जाता है. लेकिन गांव फायरिंग रेंज से काफी दूर है. फायर के दौरान 500 मीटर का हीं रेंज रहता है. ग्रामीण घटना स्थल से जिंदा कारतूस को उठाकर लाए होंगे. गांव में जिंदा कारतूस मिला है जो जांच का विषय है. क्योंकि कारतूस गिरता है तो जिंदा नहीं होता. कारतूस को कब्जे में लेकर जांच किया जा रहा है. "
बिना जानकारी दिए सुरक्षा बल कर रहा चांदमारी: ग्रामीणों के मुताबिक "गांव के पास देवधारा नदी है. यहां पर पुलिस और सुरक्षा बल के द्वारा चांदमारी की जाती है. इसलिए यह कारतूस यहां पर आकर गिरा है. ग्रामीणों के अनुसार गांव के कई घरों के छत के ऊपर और पेड़ों में कारतूस देखा जा सकता है. पहले से ही यहां चांदमारी पुलिस विभाग द्वारा की जाती है. इसके लिए पहले पुलिस विभाग गांव में आकर ग्रामीणों को सूचना देते थे कि आसपास ना आए अब कुछ महीनों से बिना जानकारी दिए चांदमारी की जा रही है जिससे यह घटना सामने आ रही है."
जानिए क्या है चांदमारी: अक्सर आपने टीवी या सिनेमा में सुरक्षा बल के जवान, पुलिस को कपड़े तख्त दीवार पर बने हुए सर्कल्स पर बंदूक से निशाना लगाने की प्रैक्टिस करते देखा होगा. इसे ही चांदमारी कहते हैं. ये एक खुले मैदान में होता है.