रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा (CG Vidhan Sabha Monsoon Session) में एक बार फिर शराब को लेकर विपक्ष ने सरकार को (cg vidhansabha sarab ) घेरा. इस बार विधायक नारायण चंदेल (BJP MLA Narayan Chandel) ने प्रदेश में अवैध शराब और शराब में पानी मिलाकर बेचे जाने का मुद्दा (Liquor issue raised again in Chhattisgarh assembly) उठाया. विधायक ने अध्यक्ष चरणदास महंत(Assembly Speaker Charandas Mahant) को अवगत कराया कि उनके जिले में भी अवैध शराब की बिक्री और शराब में पानी मिलाकर बेचे जाने के मामले सामने आए हैं. नारायण चंदेल ने आबकारी मंत्री से पूछा कि ''प्रदेश के तीन जिलों में शराब को लेकर शिकायतें सामने आईं थी. लेकिन सरकार ने अपने जवाब में शिकायतों की संख्या को कम बताया है.''
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने शराब पर कहा : विधानसभा अध्यक्ष ने शराब पर पूछे गए सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी. उन्होंने नारायण चंदेल के सवाल को दोहराते हुए कहा कि आबकारी विभाग ने अपनी तरफ से जवाब दे दिया है कि केवल एक दो मामले ही शराब को लेकर सामने आए हैं. लेकिन नारायण चंदेल ने आंकड़ों को गलत बताते हुए अपना प्रश्न दोहराते हुए पूछा कि ''जितने भी मामले सामने आए हैं, क्या उनमें सरकार कोई एक्शन लेगी. क्योंकि अवैध शराब के मामलों में दोषियों को पुलिसवालों ने छोड़ दिया है. वहीं जांजगीर में शराब में पानी मिलाने का मामला सामने आया है.''
विधानसभा अध्यक्ष ने पूछा आपको कैसे मालूम : जब नारायण चंदेल शराब में पानी मिलाने की बात कह रहे थे तो नारायण चंदेल से विधानसभा अध्यक्ष ने पूछा कि ''आपको कैसे पता कि शराब में पानी मिला है या नहीं. शिकायत आपसे की गई है या फिर विभाग से. क्या आपके पास इसका कोई कागज है ?''
नारायण चंदेल ने बताया कारण : नारायण चंदेल ने कहा कि ''हां होली के समय हमारे पास होली मंडली मुलाकात करने के लिए आई थी. उन्होंने कहा कि भाई आजकल जो शराब मिल रही है, वो पिकअप नहीं पकड़ती है. इसमें मिलावट है.'' नारायण चंदेल ने इसके बाद जिलेवार अवैध शराब के मामले और पानी मिलाए जाने के मामले की जानकारी दी.
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आबकारी मंत्री कवासी लखमा का जवाब : नारायण चंदेल के सवाल के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने जवाब के लिए आबकारी मंत्री (Excise Minister Kawasi Lakhma) की ओर इशारा किया. जिसके बाद आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने जानकारी दी कि ''जितने आंकड़े नारायण चंदेल बात रहे हैं उतने नहीं हैं. जांजगीर और रायगढ़ में शराब में पानी मिलाने के मामले सामने आए थे. जिस पर संबंधित आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है. वहीं रायगढ़ में जिसे शराब बेचने का काम दिया गया था, उससे काम वापस ले लिया गया है. रायगढ़ में भी शराब में पानी मिलाने वाले के ऊपर केस दर्ज कराया गया है. इसलिए अब इस मामले में जांच की कोई भी आवश्यकता नहीं है.''