नवसारी (गुजरात) : उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश के ग्रामीण हिस्से स्वस्थ जीवन शैली और खुले वातावरण में रहने के चलते कोरोना वायरस महामारी से बहुत हद तक अछूते रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि पिज्जा और बर्गर पश्चिमी देशों के लिए अच्छे हैं, लेकिन भारतीयों को स्वास्थ्य के लिए हितकर भोजन करना चाहिए.
उप राष्ट्रपति ने यहां एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला रखने के बाद अपने संबोधन में कहा कि यह अध्ययन का विषय होना चाहिए कि देश के ग्रामीण इलाकों में लोग कोरोना वायरस से बहुत हद तक अप्रभावित क्यों हैं? मेरा मानना है कि उनके कड़ी मेहनत करने और खुले वातावरण में रहने ने इसमें (उनके वायरस संक्रमण से अछूता रहने में) काफी योगदान दिया है.
नायडू ने कहा कि हम शहरी क्षेत्रों में रहते हैं और धूप में निकलने से बचते हैं. अब हमारी हर चीज बंद है, हमारी कार बंद है, हम बंद घरों के अंदर हैं. कार्यालय बंद हैं और अब हम अपने दिमाग को भी बंद कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन वास्तुकला के नियम हवा के परिसंचरण और धूप पर जोर देते हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में हम ऐसा नहीं कर रहे हैं और यह कोरोना वायरस से प्रभावित हो रहा है.
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उन्होंने कहा कि मैं युवाओं से कड़ी मेहनत वाली जीवनशैली अपनाने, कड़ी मेहनत को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बना लेने वाले हमारे पूर्वजों से सीखने और पाश्चात्य जीवनशैली त्यागने का अनुरोध करता हूं.
नायडू ने यह भी कहा कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को किसी अन्य रोग की तरह देखना चाहिए और इसे सामाजिक कलंक नहीं समझना चाहिए.
निराली मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्थापना लार्सन ऐंड टूर्बो के अध्यक्ष ए एम नाइक द्वारा की जा रही है. इस आठ एकड़ क्षेत्र में फैले ए एम नाइक हेल्थकेयर कॉम्पलेक्स में 500 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा.