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अतीक अहमद के बेटे अली के नाम का लेटर वायरल, लिखा- भाजपा और समाजवादी पार्टी को न दें वोट - जेल से अली ने जारी किया लेटर

प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद का कथित लेटर वायरल हो रहा है. पुलिस मामले से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है. वहीं इस कथित लेटर को लेकर कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

अतीक अहमद के बेटे अली के नाम का लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
अतीक अहमद के बेटे अली के नाम का लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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Published : Apr 28, 2023, 1:21 PM IST

Updated : Apr 28, 2023, 2:19 PM IST

प्रयागराज : बाहुबली अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की तरफ से जारी की गई कथित चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. अली अहमद जुलाई 2022 से नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. उसके नाम से जारी इस कथित पत्र में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के लिए भाजपा और सपा को जिम्मेदार ठहराया गया है. इसके अलावा निकाय चुनाव में सभी मुसलमानों से एक होकर मतदान करने की अपील की गई है. हालांकि वोट किस पार्टी को देना है, यह नहीं लिखा हुआ है. बस यह लिखा गया है कि आपको वोट किसको देना है, यह आपको पता है. पुलिस इस पत्र की जांच में जुट गई है.

बता दें कि अली अहमद के खिलाफ 5 करोड़ की रंगदारी मांगने समेत कई संगीन धाराओं में 31 दिसंबर 2021 को केस दर्ज किया गया था. इसके बाद से अली फरार हो गया था. उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था. इसके बाद अली अहमद ने जुलाई 2022 में प्रयागराज की कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. उसके बाद से वह जेल में बंद है. उमेश पाल की हत्या के बाद से अतीक के बेटे अली और उमर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

ऐसे में सवाल यह उठता है कि अली ने पिता और चाचा की हत्या के बाद जेल से ये कथित लेटर कैसे बाहर भेज दिया. अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उससे कोई बाहरी मिल भी नहीं सका है. ऐसे में उसने निकाय चुनाव को लेकर ये अपील कैसे जारी कर दी है. पुलिस इसकी जांच करेगी. पुलिस को शक है कि किसी ने राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह का लेटर वायरल करवाया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिसने भी ये शरारत की है, उसका पता लगाकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढ़िए कथित लेटर में क्या लिखा है : 'अस्सलामु अलैकुम, मैं अली अहमद मरहूम अतीक अहमद के लड़के आप लोगों से गुजारिश करता हूं कि मेरे बुजुर्गों, मेरे भाई, मेरी मां, बहन के आप लोग हालात देख रहे हैं कि कैसे मेरे वालिद और मेरे चाचा अशरफ, और मेरे भाई असद का एनकाउंटर कर दिया गया, और अब हमको भी मारने की कोशिश की जा रही है. आप भाइयों से विनती कर रहा हूं इसमें जितना हाथ भाजपा योगी आदित्यनाथ का उतना ही समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव का है. मैं आप लोगों से गुजारिश करता हूं कि आप मुसलमान भाई एक हो जाएं. आप लोग भाजपा और समाजवादी पार्टी को वोट न दें. आप लोगों के दिल में मेरे अब्बा के लिए थोड़ी भी जगह है तो आप लोग उनकी बात का ध्यान रखिए. मेरी वालिदा का एनकाउंटर करने के लिए पुलिस लगी हुई है. इतना इशारा आप लोगों के लिये काफी है, अब हम मुसलमान किसी के बहकावे में नहीं आएंगे. बस आप से इतनी गुजारिश है कि आप लोग मेरी इन बातों पर गौर फरमाएं. आपका बेटा आपका भाई अली अहमद मरहूम अतीक अहमद का बेटा, आप लोगों से अपेक्षा करता हूं कि आप लोग मेरा साथ दीजिए......खुदा हाफिज, अली अहमद पुत्र मरहूम अतीक अहमद'

यह भी पढ़ें : अतीक की बहन आयशा नूरी की सरेंडर अर्जी पर सुनवाई टली, शूटरों की मदद करने का है आरोप

प्रयागराज : बाहुबली अतीक अहमद के बेटे अली अहमद की तरफ से जारी की गई कथित चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. अली अहमद जुलाई 2022 से नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. उसके नाम से जारी इस कथित पत्र में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के लिए भाजपा और सपा को जिम्मेदार ठहराया गया है. इसके अलावा निकाय चुनाव में सभी मुसलमानों से एक होकर मतदान करने की अपील की गई है. हालांकि वोट किस पार्टी को देना है, यह नहीं लिखा हुआ है. बस यह लिखा गया है कि आपको वोट किसको देना है, यह आपको पता है. पुलिस इस पत्र की जांच में जुट गई है.

बता दें कि अली अहमद के खिलाफ 5 करोड़ की रंगदारी मांगने समेत कई संगीन धाराओं में 31 दिसंबर 2021 को केस दर्ज किया गया था. इसके बाद से अली फरार हो गया था. उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था. इसके बाद अली अहमद ने जुलाई 2022 में प्रयागराज की कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. उसके बाद से वह जेल में बंद है. उमेश पाल की हत्या के बाद से अतीक के बेटे अली और उमर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

ऐसे में सवाल यह उठता है कि अली ने पिता और चाचा की हत्या के बाद जेल से ये कथित लेटर कैसे बाहर भेज दिया. अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उससे कोई बाहरी मिल भी नहीं सका है. ऐसे में उसने निकाय चुनाव को लेकर ये अपील कैसे जारी कर दी है. पुलिस इसकी जांच करेगी. पुलिस को शक है कि किसी ने राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह का लेटर वायरल करवाया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिसने भी ये शरारत की है, उसका पता लगाकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढ़िए कथित लेटर में क्या लिखा है : 'अस्सलामु अलैकुम, मैं अली अहमद मरहूम अतीक अहमद के लड़के आप लोगों से गुजारिश करता हूं कि मेरे बुजुर्गों, मेरे भाई, मेरी मां, बहन के आप लोग हालात देख रहे हैं कि कैसे मेरे वालिद और मेरे चाचा अशरफ, और मेरे भाई असद का एनकाउंटर कर दिया गया, और अब हमको भी मारने की कोशिश की जा रही है. आप भाइयों से विनती कर रहा हूं इसमें जितना हाथ भाजपा योगी आदित्यनाथ का उतना ही समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव का है. मैं आप लोगों से गुजारिश करता हूं कि आप मुसलमान भाई एक हो जाएं. आप लोग भाजपा और समाजवादी पार्टी को वोट न दें. आप लोगों के दिल में मेरे अब्बा के लिए थोड़ी भी जगह है तो आप लोग उनकी बात का ध्यान रखिए. मेरी वालिदा का एनकाउंटर करने के लिए पुलिस लगी हुई है. इतना इशारा आप लोगों के लिये काफी है, अब हम मुसलमान किसी के बहकावे में नहीं आएंगे. बस आप से इतनी गुजारिश है कि आप लोग मेरी इन बातों पर गौर फरमाएं. आपका बेटा आपका भाई अली अहमद मरहूम अतीक अहमद का बेटा, आप लोगों से अपेक्षा करता हूं कि आप लोग मेरा साथ दीजिए......खुदा हाफिज, अली अहमद पुत्र मरहूम अतीक अहमद'

यह भी पढ़ें : अतीक की बहन आयशा नूरी की सरेंडर अर्जी पर सुनवाई टली, शूटरों की मदद करने का है आरोप

Last Updated : Apr 28, 2023, 2:19 PM IST
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