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Bhagwat on Leftist ideology: बच्चों से निजी अंगों के नाम पूछना वामपंथी परिवेश- मोहन भागवत

महाराष्ट्र के पुणे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने वामपंथी विचारधारा पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि वामपंथी नेताओं ने मार्क्सवाद के नाम पर दुनिया में विनाश ला दिया.

Leftist ideology has brought destruction to world RSS chief Mohan Bhagwat
बच्चों से निजी अंगों के नाम पूछना वामपंथी परिवेश का हमला है : आरएसएस प्रमुख भागवत
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By PTI

Published : Sep 18, 2023, 8:19 AM IST

पुणे: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने यह पता लगाने की शैक्षणिक कवायद को वामपंथी परिवेश का हमला करार दिया कि क्या केजी (किंडरगार्टन) के छात्र अपने निजी अंगों के बारे में जानते हैं. वह पुणे में एक मराठी पुस्तक 'जगाला पोखरणारी डावी वालवी' के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे.

उन्होंने कहा, 'मैं गुजरात में एक विद्यालय में गया था, जहां एक विद्वान ने मुझे एक किंडरगार्टन (केजी) स्कूल का निर्देश दिखाया. इसमें कहा गया था कि शिक्षकों को यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि क्या केजी-2 के बच्चे अपने निजी अंगों के नाम जानते हैं. वामपंथी परिवेश का हमला यहां तक पहुंच गया है और यह लोगों की मदद के बिना संभव नहीं है.'

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हमारी संस्कृति की सभी पवित्र चीजों पर ऐसे हमले किए जा रहे हैं. भागवत ने कहा, 'अमेरिका में (डोनाल्ड ट्रंप के बाद) नई सरकार बनने के बाद पहला आदेश स्कूल से संबंधित था, जिसमें शिक्षकों से कहा गया था कि वे विद्यार्थियों से उनके लिंग के बारे में बात न करें. विद्यार्थी खुद इसके बारे में निर्णय लें.

ये भी पढ़ें- अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत का स्वर्ण जयंती समारोह दिल्ली से हरियाणा स्थानांतरित, मोहन भागवत करेंगे उद्घाटन

यदि कोई लड़का कहता है कि वह अब लड़की है तो लड़के को लड़कियों के लिए बने शौचालय का उपयोग करने की अनुमति दी जानी चाहिए.' उन्होंने कहा कि वामपंथी अमेरिकी संस्कृति को दूषित करना चाहते हैं और वे इसमें कामयाब हो गए हैं. उन्होंने कहा, 'वे न केवल हिंदुओं या भारत, बल्कि पूरी दुनिया के विरोधी हैं.' मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया को वामपंथी विचारधारा और राजनीति के कारण होने वाले विनाश से बचाने की जिम्मेदारी भारत पर है.

पुणे: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने यह पता लगाने की शैक्षणिक कवायद को वामपंथी परिवेश का हमला करार दिया कि क्या केजी (किंडरगार्टन) के छात्र अपने निजी अंगों के बारे में जानते हैं. वह पुणे में एक मराठी पुस्तक 'जगाला पोखरणारी डावी वालवी' के विमोचन के मौके पर बोल रहे थे.

उन्होंने कहा, 'मैं गुजरात में एक विद्यालय में गया था, जहां एक विद्वान ने मुझे एक किंडरगार्टन (केजी) स्कूल का निर्देश दिखाया. इसमें कहा गया था कि शिक्षकों को यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि क्या केजी-2 के बच्चे अपने निजी अंगों के नाम जानते हैं. वामपंथी परिवेश का हमला यहां तक पहुंच गया है और यह लोगों की मदद के बिना संभव नहीं है.'

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हमारी संस्कृति की सभी पवित्र चीजों पर ऐसे हमले किए जा रहे हैं. भागवत ने कहा, 'अमेरिका में (डोनाल्ड ट्रंप के बाद) नई सरकार बनने के बाद पहला आदेश स्कूल से संबंधित था, जिसमें शिक्षकों से कहा गया था कि वे विद्यार्थियों से उनके लिंग के बारे में बात न करें. विद्यार्थी खुद इसके बारे में निर्णय लें.

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यदि कोई लड़का कहता है कि वह अब लड़की है तो लड़के को लड़कियों के लिए बने शौचालय का उपयोग करने की अनुमति दी जानी चाहिए.' उन्होंने कहा कि वामपंथी अमेरिकी संस्कृति को दूषित करना चाहते हैं और वे इसमें कामयाब हो गए हैं. उन्होंने कहा, 'वे न केवल हिंदुओं या भारत, बल्कि पूरी दुनिया के विरोधी हैं.' मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया को वामपंथी विचारधारा और राजनीति के कारण होने वाले विनाश से बचाने की जिम्मेदारी भारत पर है.

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