अयोध्या: भगवान श्री राम की पावन जन्मस्थली अयोध्या के सर्वांगीण विकास को लेकर दृढसंकल्पित केंद्र और प्रदेश की डबल इंजन भाजपा सरकार नित नई योजनाओं के जरिए इस प्राचीन नगरी की पहचान विश्व पटल पर चमकाने के लिए प्रयासरत रहती है. इसी कड़ी में इस धार्मिक नगरी में पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को और बढ़ावा देने के लिए अयोध्या क्रूज लाइंस के सौजन्य से जटायु क्रूज का संचालन शुरू हो गया है. इस क्रूज की खासियत यह है कि इस क्रूज के चारों तरफ रामायण के विभिन्न पात्रों को और घटनाओं को चित्रों से दर्शाया गया है. आज यह क्रूज पर्यटकों को लेकर अयोध्या के संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट की तरफ रवाना होगा. इस क्रूज संचालन को लेकर अयोध्या के संतों और आम नागरिकों में कितना उत्साह है इसकी नजीर उसे समय देखने को आई जब शुक्रवार की शाम क्रम को देखने के लिए बड़ी तादाद में अयोध्या के प्रमुख साधु संत और आम नागरिक सरयू तट के किनारे पहुंच गए.
बताते चले की काशी में गंगा पर चलने वाले क्रूज की तर्ज पर अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने इस योजना की शुरुआत की है. इस क्रूज के संचालन को लेकर अयोध्या के संत बेहद खुश हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए प्रमुख सुग्रीव पीठम के महंत जगतगुरु रामानुजाचार्य रघुनाथ देशिक महाराज ने कहा कि भगवान राम की कथा में जटायु जी का उच्च स्थान है, जिन्होंने मां सीता की रक्षा करते हुए अपने प्राण दे दिए.
आज उनके नाम पर अयोध्या में इस क्रूज सेवा का शुभारंभ इस बात का प्रमाण है की अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कितनी अग्रसर है. इसके लिए निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी की प्रशंसा के पात्र हैं. मां सरयू की लहरों में चलने वाला यह क्रूज अयोध्या आने वाले राम भक्तों को अयोध्या का इतिहास बताने का काम करेगा. वहीं, अयोध्या के प्रमुख संत कृष्णकांताचार्य महाराज ने कहा कि लंबे समय तक अयोध्या की पहचान एक विवाद के रूप में रही.
पिछली सरकारों ने अयोध्या के विकास को लेकर कभी महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया अयोध्या को सिर्फ राजनीति का केंद्र बना कर रखा लेकिन अब जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो निश्चित रूप से अयोध्या विवादों की नगरी के जगह एक धार्मिक नगरी एक पर्यटन नगरी के रूप में विश्व पटल पर आने वाले समय में चमकेगी. जटायु क्रूज का संचालन अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने वाला होगा.
जटायु क्रूज उद्घाटन को देखने सरयू तट के किनारे पहुंची स्थानीय निवासी सुष्मिता ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि अयोध्या में भी इस तरह की गतिविधियां होंगी, निश्चित रूप से यह सरकार का बेहद सुंदर कदम है हमारी भी इच्छा है कि हम इस क्रूज में सवार होकर इसका आनंद ले.
शुक्रवार की शाम एक भव्य समारोह के दौरान जटायु क्रूज का जलावतरण हुआ. इस मौके पर प्रदेश सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इस नवनिर्मित क्रूज को आम जनता के प्रयोगार्थ समर्पित किया. अयोध्या क्रूज लाइंस द्वारा संचालित इस क्रूज में एक साथ कुल 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. यह क्रूज अयोध्या के संत तुलसीदास घाट से चलकर गुप्तार घाट तक करीब 9 किलोमीटर का सफर तय करेगा. उसके बाद गुप्तार घाट पर 20 मिनट विश्राम करने के बाद यह क्रूज वापस संत तुलसीदास घाट आएगा. इस दौरान लगभग 18 किलोमीटर का सफर 2 घंटे में यहा क्रूज तय करेगा.
इस क्रूज में यात्रियों को पूर्वांचल के विभिन्न पकवान उपलब्ध होंगे.इसके अलावा क्रूज में मौजूद गाइड सरयू तट के किनारे स्थित विभिन्न मंदिरों का इतिहास और गुप्तार घाट के पौराणिक महत्व से भी पर्यटकों को अवगत कराएंगे.