पटना: बिहार की राजधानी पटना में नेशनल हेराल्ड की जमीन पर भूमाफिया (Land mafia occupied of National Herald Land) द्वारा कब्जे का आरोप कांग्रेस ने लगाया है. बिहार कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी का आरोप है कि सीएम नीतीश और बीजेपी के इशारे पर इस जमीन पर कब्जा करवाया गया. दरअसल, वीरचंद पटेल मार्ग के पास अदालतगंज इलाके में नेशनल हेराल्ड का एक 21 कट्ठे का प्लॉट है. जहां पर पिछले 40 वर्षों से भू माफिया कब्जा जमाते चले आ रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि यह स्थान बिहार बीजेपी मुख्यालय के पीछे स्थित है.
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'जहां जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां वहां नेशनल हेराल्ड की जमीनों पर भूमाफिया का कब्जा करवाया गया है. सरकारों ने वो कब्जा करवाया है. पटना में नेशनल हेराल्ड की जमीन पर भू माफिया का कब्जा है. नीतीश कुमार और बीजेपी के इशारे पर वो कब्जा करवाया गया है. पहले आप कब्जा हटवाइए तब न पता चले कि आप जांच कर रहे हैं'- असित नाथ तिवारी, प्रवक्ता, बिहार कांग्रेस कमेटी
कांग्रेस का नीतीश और बीजेपी पर संगीन आरोप: इस पूरे मामले को लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशीत नाथ तिवारी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि बीजेपी नेता देश में बढ़ रही बेरोजगारी और अन्य कई प्रमुख मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के मामले उठाकर देश के लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं. दूसरी ओर बिहार की राजधानी पटना में ठीक बीजेपी कार्यालय के पीछे नेशनल हेराल्ड की जमीन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार बीजेपी के नेताओं के संरक्षण में पलने वाले भू माफियाओं को कांग्रेस पार्टी की संपत्ति पर अवैध रूप से सरकार के इशारे पर कांग्रेस पार्टी की संपत्ति पर कब्जाकर रखी गई है.
'नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case)कुछ नहीं है. दरअसल, सरकार महंगाई के मुद्दे पर फंस गई है. देश की संपत्ति बेच खाने पर सरकार फंस गई है. चीन की सेना अंदर तक घुस चुकी है और सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. जनता का ध्यान इन सब चीजों से हटाने के लिए रोज नया ड्राम करना है विपक्ष के खिलाफ, ये मोदी की साजिश है'- असित नाथ तिवारी, प्रवक्ता, बिहार कांग्रेस कमेटी
नेशनल हेराल्ड की जमीन के कुछ हिस्सों पर झुग्गी झोपड़ी: ईटीवी भारत ने जब इन झुग्गियों में रहने वाले लोगों से उनकी राय जाननी चाही तो उन्होंने बिना कैमरे के यह स्वीकार किया कि जिस जमीन पर वह रह रहे हैं, वह जमीन नेशनल हेराल्ड की है. हालांकि कैमरे के सामने बोलने से इन झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों ने साफ परहेज किया. बीजेपी कार्यालय के ठीक पीछे स्थित इस जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों ने स्वीकार किया कि यह संपत्ति कांग्रेस की है. लेकिन इस जगह पर रहने वालों लोगों के पास सिर छुपाने का कोई दूसरा विकल्प नहीं है.