-
जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से…
">जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 9, 2023
किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से…जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ है। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 9, 2023
किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते है जो जन्म से…
पटना: बिहार में जातीय गणना की सर्वे रिपोर्ट जारी होने के बाद से इस पर सियासत जारी है. अब इसको लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से बीजेपी को करारा जवाब दिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा है कि जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग हैं वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के खिलाफ हैं.
'कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं'- लालू यादव: लालू ने आगे कहा है कि ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है. किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते हैं जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते हैं. कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा.
'पूरे देश में कराएंगे': 2 अक्टूबर को रिपोर्ट जारी होने पर लालू ने खुशी जतायी थी और कहा था कि ये आंकड़े वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक्की के लिए समग्र योजना बनाने के लिए साथ ही हाशिए के समूहों को आबादी अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नजीर पेश करेगा. साथ ही लालू ने ये भी कहा था कि केंद्र में 2024 में हमारी सरकार बनेगी तो पूरे देश में जातिगत जनगणना कराएंगे.
तेजस्वी यादव ने भी दिया था करारा जवाब: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इससे पहले विपक्ष को करारा जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि जातीय जनगणना की रिपोर्ट पर शक है तो मोदी जी कहकर दोबारा से इसे करवा सकते हैं. साथ ही आंकड़ों की गड़बड़ी के आरोप पर उन्होंने कहा था कि आंकड़े बढ़ाना ही होता तो फिर सीएम नीतीश कुमार अपनी जाति के लोगों की संख्या बढ़ाकर पेश कर सकते थे. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
पढ़ेंः Caste Census report: 'जातियों के वर्गीकरण में हुआ भेद-भाव, निराकरण आयोग बनाये सरकार'- सुशील मोदी
पढ़ें- Upendra Kushwaha की मांग- 'जातीय गणना रिपोर्ट से कंफ्यूज हैं लोग, सरकार फिर से कराए गणना'