पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव अपने उस बयान के कारण बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं, जिसमें उन्होंने पटना स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खुलासा किया कि कैसे उनके प्रयास से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह राज्यसभा के सांसद बने. लालू ने कहा कि उस वक्त वह रांची जेल में थे लेकिन इनके लिए उन्होंने सोनिया गांधी और अहमद पटेल से फोन पर बात कर पैरवी की थी.
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सुशील कुमार मोदी का लालू यादव पर हमला: सदाकत आश्रम में लालू यादव के इस खुलासे के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या वास्तव में लालू यादव जेल में रहने के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल करते थे. अब इसको लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने उन पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने अपने एक्स (ट्विटर) हैंडल पर लिखा, 'लालूजी जेल में मोबाइल की अनुमति नहीं, फिर सोनियाजी से कैसे बात किये?'
क्या जेल में मोबाइल रखते थे लालू यादव?: सार्वजिनक मंच से लालू के कबूलनामे के बाद सवाल लाजमी है कि क्या सच में लालू जेल में रहने के बावजूद अपने पास मोबाइल रखते थे? अगर वह अखिलेश सिंह के मोबाइल से भी सोनिया गांधी और अहमद पटेल को फोन किया, तब भी उन्होंने जेल मैनुअल का उल्लंघन किया है.
क्या कहा लालू यादव ने?: दरअसल, बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की 136वीं जयंती पर पटना के सदाकत आश्रम में प्रदेश कांग्रेस की ओर से समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें बतौर मुख्य अतिथि लालू यादव शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में अखिलेश सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि जब मैं रांची जेल में था, तब यह किसी और को राज्यसभा भेजने के लिए मुझसे मदद मांगने आए थे लेकिन मैंने कहा कि आप ही बन जाओ. उसको बाद मैंने तुरंत सोनिया गांधी और अहमद पटेल से बात कर इनको राज्यसभा भिजवाया.
"अखिलेश मांगकर एमपी नहीं बने हैं. इनको जबरदस्ती हम बनाए हैं. हम जब रांची जेल में थे, तब यह मुझसे मिलने गए थे दूसरे को कांग्रेस से सांसद बनवाने के लिए लेकिन हम बोले कि तुम ही बन जाओ. वहीं से मैंने सोनिया गांधी को फोन किया. अहमद पटेल भाई को फोन किया कि इनको डिक्लेयर करिये हम इनको राज्यसभा का सांसद बनाते हैं"- लालू प्रसाद यादव, अध्यक्ष, आरजेडी