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महिला ब्लैकमेलर अर्चना नाग मामले में ईडी जांच की मांग के लिए ओडिशा हाईकोर्ट में याचिका दायर

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Published : Oct 14, 2022, 5:55 PM IST

Updated : Oct 14, 2022, 9:54 PM IST

ओडिशा की महिला ब्लैकमेलर अर्चना नाग (Archana Naag Blackmailing Case) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. अब उसके खिलाफ राजनीतिक पार्टियां कार्रवाई की मांग कर रही हैं और भारतीय विकास परिषद (Indian Development Council) ने उड़ीसा उच्च न्यायालय (Orissa High Court) में ईडी (ED) जांच की मांग की है.

अर्चना नाग
अर्चना नाग

भुवनेश्वर: बीते सप्ताह ओडिशा के रहने वाले एक दंपति को गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि उन्होंने कई लोगों को ब्लैकमेल करके ठगा है, जिनमें राजनेता और फिल्म निर्माता भी शामिल हैं. आरोपियों ने उनकी नग्न तस्वीरों और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उनसे पैसों की वसूली की. ओडिशा की 28 वर्षीय महिला अर्चना नाग, इन दिनों भारत में सुर्खियां बटोर रही हैं. इस महिला ने अपनी आलीशान जीवन शैली के लिए राजनेताओं और फिल्मी सितारों को ब्लैकमेल करने का काम किया.

अब महिला ब्लैकमेलर अर्चना नाग मामले (Archana Naag Blackmailing Case) की ईडी (ED) जांच की मांग को लेकर शुक्रवार को भारतीय विकास परिषद (Indian Development Council) ने उड़ीसा उच्च न्यायालय (Orissa High Court) में याचिका दायर की है. वहीं दूसरी ओर अर्चना ने भुवनेश्वर एसडीजेएम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की. अर्चना नाग को ओडिशा में राजनेताओं, फिल्म निर्माताओं और प्रमुख लोगों को हनी ट्रैप कर ब्लैकमेल करने और उनसे पैसे वसूलने के आरोप में शुक्रवार को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के अनुसार, आरोपी अर्चना नाग फेसबुक पर रईस लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी.

वह इन लोगों को एक वकील और एक फ्रंटलाइन राजनीतिक दल के सदस्य के तौर पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी. सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद वह पीड़ितों से संपर्क करती थी और उन्हें बहकाने की कोशिश करती थी. बाद में, वह कमरे में लगे गुप्त कैमरे में पीड़ितों के साथ अपनी शारीरिक अंतरंगता को रिकॉर्ड करने के लिए उन्हें अपने घर बुला रही थी. इस तरह उसने राजनेताओं, फिल्म निर्माताओं और व्यवसायियों को हनी ट्रैप में फंसाया.

पुलिस ने कुछ दिन पहले एक फिल्म निर्माता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की. पुलिस ने कहा कि महिला के न आने या जांच में सहयोग न करने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया. मामले के ताजा घटनाक्रम में पता चला है कि अर्चना नाग ने 18 विधायकों सहित 25 से अधिक प्रभावशाली लोगों को हनीट्रैप में फंसाया. इस मामले ने धामनगर निर्वाचन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण उपचुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है.

पढ़ें: पश्चिम बंगाल: युवक का थाने के सामने हाई वोल्टेज हंगामा, खुद को रखा चाकू की नोंक पर, वीडियो

भाजपा की महिला विंग की अध्यक्ष स्मृति पटनायक ने कहा कि 'ओडिशा की राजधानी में एक गांव की लड़की काम के सिलसिले में आती है और पांच साल में इतनी अमीर हो जाती है कि वह अपने लिए एक आलीशान घर बनाती है, बीएमडब्ल्यू, फोर्ड और ऑडी कारों को खरीदती है. वह क्या कर रही थी?' इसके बाद में स्मृति पटनायक ने अर्चना नाग के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सलूजा ने भी इस मामले में अपने विचार व्यक्त किए.

उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के कुछ प्रमुख नेता आपत्तिजनक गतिविधियों में शामिल हैं. एक तरह से वे ओडिशा में देह व्यापार को बढ़ावा देते रहे हैं. इसके अलावा, सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मामले में शामिल हैं. अर्चना द्वारा जमा की गई अवैध संपत्ति को जब्त किया जाना चाहिए, सच्चाई सामने आनी चाहिए और गलत काम करने वालों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए.

भुवनेश्वर: बीते सप्ताह ओडिशा के रहने वाले एक दंपति को गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि उन्होंने कई लोगों को ब्लैकमेल करके ठगा है, जिनमें राजनेता और फिल्म निर्माता भी शामिल हैं. आरोपियों ने उनकी नग्न तस्वीरों और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उनसे पैसों की वसूली की. ओडिशा की 28 वर्षीय महिला अर्चना नाग, इन दिनों भारत में सुर्खियां बटोर रही हैं. इस महिला ने अपनी आलीशान जीवन शैली के लिए राजनेताओं और फिल्मी सितारों को ब्लैकमेल करने का काम किया.

अब महिला ब्लैकमेलर अर्चना नाग मामले (Archana Naag Blackmailing Case) की ईडी (ED) जांच की मांग को लेकर शुक्रवार को भारतीय विकास परिषद (Indian Development Council) ने उड़ीसा उच्च न्यायालय (Orissa High Court) में याचिका दायर की है. वहीं दूसरी ओर अर्चना ने भुवनेश्वर एसडीजेएम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की. अर्चना नाग को ओडिशा में राजनेताओं, फिल्म निर्माताओं और प्रमुख लोगों को हनी ट्रैप कर ब्लैकमेल करने और उनसे पैसे वसूलने के आरोप में शुक्रवार को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के अनुसार, आरोपी अर्चना नाग फेसबुक पर रईस लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी.

वह इन लोगों को एक वकील और एक फ्रंटलाइन राजनीतिक दल के सदस्य के तौर पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी. सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद वह पीड़ितों से संपर्क करती थी और उन्हें बहकाने की कोशिश करती थी. बाद में, वह कमरे में लगे गुप्त कैमरे में पीड़ितों के साथ अपनी शारीरिक अंतरंगता को रिकॉर्ड करने के लिए उन्हें अपने घर बुला रही थी. इस तरह उसने राजनेताओं, फिल्म निर्माताओं और व्यवसायियों को हनी ट्रैप में फंसाया.

पुलिस ने कुछ दिन पहले एक फिल्म निर्माता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की. पुलिस ने कहा कि महिला के न आने या जांच में सहयोग न करने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया. मामले के ताजा घटनाक्रम में पता चला है कि अर्चना नाग ने 18 विधायकों सहित 25 से अधिक प्रभावशाली लोगों को हनीट्रैप में फंसाया. इस मामले ने धामनगर निर्वाचन क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण उपचुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है.

पढ़ें: पश्चिम बंगाल: युवक का थाने के सामने हाई वोल्टेज हंगामा, खुद को रखा चाकू की नोंक पर, वीडियो

भाजपा की महिला विंग की अध्यक्ष स्मृति पटनायक ने कहा कि 'ओडिशा की राजधानी में एक गांव की लड़की काम के सिलसिले में आती है और पांच साल में इतनी अमीर हो जाती है कि वह अपने लिए एक आलीशान घर बनाती है, बीएमडब्ल्यू, फोर्ड और ऑडी कारों को खरीदती है. वह क्या कर रही थी?' इसके बाद में स्मृति पटनायक ने अर्चना नाग के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस विधायक संतोष सिंह सलूजा ने भी इस मामले में अपने विचार व्यक्त किए.

उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के कुछ प्रमुख नेता आपत्तिजनक गतिविधियों में शामिल हैं. एक तरह से वे ओडिशा में देह व्यापार को बढ़ावा देते रहे हैं. इसके अलावा, सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मामले में शामिल हैं. अर्चना द्वारा जमा की गई अवैध संपत्ति को जब्त किया जाना चाहिए, सच्चाई सामने आनी चाहिए और गलत काम करने वालों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए.

Last Updated : Oct 14, 2022, 9:54 PM IST
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