श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ रातभर चली मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के पांच आतंकवादी मारे गये. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कुलगाम जिले में 18 घंटे तक चली मुठभेड़ खत्म होने के बाद कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक वी.के. बिरदी ने बताया, "मारे गए आतंकवादियों के शव बरामद किए जा चुके हैं और इलाके में छानबीन की जा रही है." बिरदी ने कहा कि ड्रोन फुटेज के जरिए आतंकवादियों के शवों का पता लगाया गया.
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुलगाम के नेहामा गांव में घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी वाले क्षेत्र के चारों ओर कड़ी घेराबंदी कर रखी थी, लेकिन रात के समय इस अभियान को रोकना पड़ा.
उन्होंने बताया कि कुलगाम के नेहामा इलाके के समनो में रातभर शांति रहने के बाद शुक्रवार तड़के गोलीबारी हुई. उन्होंने कहा कि जिस घर में आतंकवादी छिपे हुए थे, आज सुबह हुई गोलीबारी में उसमें आग लग गई, जिससे आतंकवादियों को बाहर निकलना पड़ा. अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान समीर अहमद शेख (पीएएफएफ), यासिर बिलाल भट, दानिश अहमद ठोकर, हंजुल्ला याकूब शाह और उबैद अहमद पैडर (सभी टीआरएफ के सदस्य) के रूप में हुई है. शेख ने 2021 में आतंकवाद की दुनिया में कदम रखा था जबकि अन्य पिछले साल या इस वर्ष इसमें शामिल हुए थे. सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार पीएएफएफ और टीआरएफ लश्कर के मुखौटा संगठन हैं.
अभियान के बारे में मीडिया को बताते हुए दक्षिण कश्मीर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रईस भट ने कहा कि समनो गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गोपनीय सूचना पर यह अभियान चलाया गया था. उन्होंने कहा, "आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में गोपनीय सूचना मिलने पर और जम्मू-कश्मीर पुलिस तथा सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ की 18वीं बटालियन ने बृहस्पतिवार को समनो में एक संयुक्त अभियान शुरू किया था. एक घर में छिपे लश्कर के आतंकियों से संपर्क साधा गया. इसके बाद हुई मुठभेड़ में पांच आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया." उन्होंने कहा कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मारे गए आतंकवादी सुरक्षा बलों पर हमले और नागरिकों पर अत्याचार सहित कई आतंकी गतिविधियों में शामिल थे.
अधिकारी ने कहा, ठयह एक बड़ी सफलता है क्योंकि ये आतंकवादी अल्पसंख्यकों पर हुए कई हमलों में शामिल थे...आतंकवादियों के सफाए से यहां सक्रिय संगठनों को गंभीर झटका लगा है और हमारा मानना है कि आगे और भी सफलताएं मिलने वाली हैं." डीआईजी ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से चार एके-राइफल, चार ग्रेनेड और दो पिस्तौल सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किये गये हैं.
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