कोच्चि: केपीसीसी अध्यक्ष के सुधाकरन को क्राइम ब्रांच की विशेष टीम ने शुक्रवार को धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया. हालांकि, सात घंटे की लगातार पूछताछ के बाद उनको जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में नकली एंटीक डीलर मोनसन मावुंकल मुख्य आरोपी है. केरल उच्च न्यायालय ने उन्हें 50,000 रुपए मुचलके पर रिहा करने का आदेश दिया.
-
Congress sees red as Kerala chief K Sudhakaran arrested in cheating case; released on anticipatory bail
— ANI Digital (@ani_digital) June 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Read @ANI Story | https://t.co/0ZZKQzU0Ir#Congress #KPCC #KSudhakaran #Kerala pic.twitter.com/hULwkuWeCq
">Congress sees red as Kerala chief K Sudhakaran arrested in cheating case; released on anticipatory bail
— ANI Digital (@ani_digital) June 23, 2023
Read @ANI Story | https://t.co/0ZZKQzU0Ir#Congress #KPCC #KSudhakaran #Kerala pic.twitter.com/hULwkuWeCqCongress sees red as Kerala chief K Sudhakaran arrested in cheating case; released on anticipatory bail
— ANI Digital (@ani_digital) June 23, 2023
Read @ANI Story | https://t.co/0ZZKQzU0Ir#Congress #KPCC #KSudhakaran #Kerala pic.twitter.com/hULwkuWeCq
मुझे न्यायपालिका पर भरोसा- सुधाकरण: जमानत पर रिहा होने के बाद सुधाकरन ने कहा कि मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है, कोर्ट को सही और गलत का फैसला करने दीजिए. आज की पूछताछ से यह स्पष्ट हो गया कि अपराध शाखा के पास इस मामले में मुझे दंडित करने के लिए कोई सबूत नहीं था. नकली एंटीक डीलर मोनसन मावुंकल पर कई लोगों से 10 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है. उसने कई लोगों को यह विश्वास दिलाकर धोखा दिया कि वह दुनिया का सबसे बड़ा पुरातात्विक संग्रहालय शुरू कर रहा है और इस परियोजना में उसकी हिस्सेदारी हो सकती है.
मोनसन मावुंकल पूर्व डीजीपी लोकनाथ बेहरा समेत कई गणमान्य लोगों को उनके पुरातात्विक केंद्र में लाया गया और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाई गईं. क्राइम ब्रांच ने पाया कि इन तस्वीरों का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए भी किया गया था. एक शिकायत में याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि उन्होंने एर्नाकुलम के कलूर में फॉर्मर्स हाउस में के सुधाकरन की उपस्थिति में मोनसन मावुंकल को 25 लाख का भुगतान किया था.
ये भी पढ़ें- |
मोनसन मावुंकल के ड्राइवर ने क्राइम ब्रांच को यह भी बताया कि के सुधाकरन ने उसकी मौजूदगी में मोनसन मावुंकल से 10 लाख रुपये लिए थे लेकिन के सुधाकरन ने सभी आरोपों से इनकार किया था और जवाब दिया कि उन्होंने वित्तीय लेनदेन को नहीं देखा था, न ही उन्हें इसकी जानकारी थी और न ही उन्हें मोनसन मावुंकल से पैसे मिले थे. हालांकि, क्राइम ब्रांच इस मामले में के सुधाकरन से दोबारा पूछताछ करेगी. क्राइम ब्रांच का कहना है कि उनके बयान विरोधाभासी हैं और इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि उन्हें मोनसन मावुंकल से कुछ मदद के लिए पैसे मिले थे.