नई दिल्ली : विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने पिछले साल अगस्त में कोझीकोड हवाईअड्डे पर हुई विमान दुर्घटना की जांच रिपोर्ट शनिवार को जारी की. इस दुर्घटना में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य घायल हुए थे.
257 पन्नों की रिपोर्ट कहती है कि पायलट द्वारा मानक संचानल प्रक्रिया का पालन नहीं करना संभावित कारण हो सकता है लेकिन एक सहायक कारक के रूप में प्रणालीगत विफलताओं की भूमिका की अनदेखी नहीं की जा सकती है.
पिछले साल सात अगस्त को एयर इंडिया एक्सप्रेस का बी737-800 विमान केरल के कोझीकोड हवाई अड्डे पर दुर्घटना का शिकार हो गया था. विमान दुबई से आ रहा था और कोझीकोड हवाई अड्डे पर रनवे से बाहर निकल गया था और फिर इसके टुकड़े टुकड़े हो गए थे. इस विमान में 190 लोग सवार थे और दोनो पायलटों समेत कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई थी तथा कई अन्य घायल हो गए थे.
पढ़ें :- कोझिकोड विमान हादसा : एक साल पूरा, सरकार ने नहीं दिया मुआवजा
दुर्घटना के लगभग साल भर बाद जारी रिपोर्ट कहती है, दुर्घटना का संभावित कारण पीएफ (पायलट फ्लाइंग) द्वारा एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) का पालन नहीं करना था.
रिपोर्ट के मुताबिक, पायलट ने अस्थिर दृष्टिकोण जारी रखा और विमान को उतराने वाले जोन से आगे उतारा, आधे रनवे पर उतारा, बावजूद इसके पायलट मॉनिटरिंग (पीएम) ने विमान को उड़ाने (‘गो अराउंड) को कहा था.
(पीटीआई-भाषा)