कोटा. शहर की पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस अंतरराज्यीय गैंग के 5 आरोपियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है. यह सभी लंबे समय से ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. इनके खिलाफ पहले से ही देशभर में करीब 400 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. उक्त मामलों में ये बदमाश करोड़ों रुपए की ठगी पहले से कर चुके हैं. खास बात है कि यह पांचों ही आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं. इनमें से तीन कोटा, एक बूंदी और एक अजमेर का निवासी है.
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मैक्सीने ऐप के जरिए करते थे ठगीः कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपियों ने शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के नाम से फर्जी ऐप बना रखी थी. जिसका नाम मैक्सीने था. इस ऐप के जरिए देशभर के लोग इसमें पैसा इन्वेस्ट कर रहे थे. जिन्हें यह लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट नहीं करते थे. साथ ही लोगों को शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट दिखाई देता है. जबकि यह पैसे को अपने खातों में डालकर हड़प जाते थे. गिरफ्तार आरोपियों में कोटा शहर के महावीर नगर इलाके की कंपटीशन कॉलोनी निवासी दीपक नायक, कैथून रामराजपुरा निवासी गजेंद्र मीणा, कैथून के मानस गांव निवासी अनिरुद्ध यादव, बूंदी शहर के अमरकटला निवासी राजा अय्यर और अजमेर के विजय नगर चंदा कॉलोनी निवासी सलमान खान शामिल है. इस केस में ऑनलाइन ठगी गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं.
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ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़े बदमाशः बालिता रोड निवासी मयंक नामा ने कोटा शहर के कुन्हाड़ी थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें बताया कि कुछ व्यक्तियों ने एक एप्लीकेशन (मैक्सीने) का लिंक भेजा था. इसे डाउनलोड व सब्सक्राइब करने का टॉस्क दिया था. जिसके बदले प्रत्येक सब्सक्राइब 50 रुपए देने को कहा था. इसके बाद मैक्सीने ऐप पर कई टॉस्क देकर 1000 से लेकर 6 लाख 80 हजार रुपए के थे. जिनमें राशि निवेश करने पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर फरियादी से 6,74,280 रुपए ऑनलाइन फर्जी खातों में ट्रांसफर करवा लिए थे.
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निधि इंटरप्राइजेज मुंबई के खाते में जमा हुए पैसेः मयंक नामा के मामले में मुकदमा दर्ज होने पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. जिसमें फरियादी के यूपीआई के माध्यम से जिन खातों में रकम जमा की गई, उनके स्टेटमेंट लिए गए. इन खातों से दूसरे खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर पैसा किया गया था. इन खातों से लिंक मोबाइल नंबरों की जानकारी ली गई. इनकी डिटेल प्राप्त की गई. जिनमें एक खाता आरोपी दीपक नायक का निधि एंटरप्राइजेज मुंबई के नाम मिला. जिसमें फरियादी ने पैसे जमा किए थे.
साइबर पोर्टल पर रिकॉर्ड देखा तो दर्ज मिले 396 केसः कुन्हाड़ी थानाधिकारी गंगा सहाय शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के करोड़ों रुपए के लेनदेन मिला था. इनके बैंक स्टेटमेंट का विश्लेषण किया तो सामने आया कि करोड़ों रुपए की ठगी का पैसा है. बाद में दीपक नायक को गिरफ्तार कर गिरोह के अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया. सभी अभियुक्तों के बैंक खाते का नेशनल साइबर पोर्टल पर रिकॉर्ड चेक किया गया. जिसमें दीपक के विरुद्ध देशभर में 241, सलमान खान पर 151 व राजा अय्यर पर पांच मुकदमे दर्ज.
बैंक स्टेटमेंट में मिला ठगी के करोड़ों का हिसाब-किताबः कुन्हाड़ी थानाधिकारी गंगा सहाय शर्मा ने बताया कि गिरोह व्यक्तियों को पैसों का लालच देकर मुंबई बुलाकर फर्जी खाता खुलवाकर उनकी राशि जमा करवाता था. गिरोह के सदस्य आम लोगों को एप्लीकेशन के माध्यम से क्रिप्टो व शेयर बाजार में निवेश के नाम पर पैसा जमा करवाकर ऑनलाइन ठगी करते थे. गिरोह के सदस्य मुंबई में फर्जी फर्म बनाकर ठगी के पैसों को अपने खाते में ट्रांसफर करते हैं. गिरोह द्वारा बैंक स्टेटमेंट के अनुसार पूरे देश भर में फर्जी एप्लीकेशन के माध्यम से करोड़ों का लेन-देन किया गया है.