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Kisan Protest: पंजाब में राज्य और केंद्र सरकार के विरोध में किसानों ने रोकी ट्रेनें

राज्य और केंद्र सरकार के विरोध में पंजाब में किसानों ने ट्रेनें रोक दीं. किसानों और श्रमिकों ने केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मोगा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर धरना दिया गया. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेतृत्व में रविवार को तीन घंटे तक ट्रेनों को रोका गया.

farmers stopped trains
किसानों ने रोकी ट्रेनें
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Published : Jan 29, 2023, 10:48 PM IST

किसानों ने रोकी ट्रेनें

मोगा: किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेतृत्व में रविवार को तीन घंटे तक पंजाब के मोगा में ट्रेनों को रोक लिया गया. इस बीच किसानों और मजदूरों ने केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मोगा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर धरने पर बैठे किसानों की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए, राज्य नेता राणा रणबीर सिंह थट्ठा ने कहा कि '29 जनवरी, 2021 को भाजपा नेता प्रदीप खत्री और अमन द्वाल आरएस के गुंडों को दिल्ली ले गए.'

उन्होंने आगे कहा, 'उन्होंने पुलिस की मिलीभगत से तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए सिंघू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के मंच पर हमला कर दिया. दर्जनों किसानों को घायल कर दिया और महिलाओं के टेंटों के सामान को तोड़ दिया और धरने को नाकाम करने की कोशिश की. उसके बाद से केंद्र सरकार ने उक्त आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसके चलते आज पंजाब में ट्रेनों को रोकना पड़ा.'

उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि हमले के दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. नेताओं ने कहा कि अगर हमने पंजाब में 51 दिनों तक मांग की थी तो सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों को रिहा किया जाए. आज के रेल रोको आंदोलन में केंद्र और पंजाब सरकार से पुरजोर मांग है कि सरकार दोहरा मानदंड नहीं अपनाए और सिखों को समान नागरिक माने और अपनी सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों को तुरंत रिहा किया जाए और गुरु ग्रंथ साहब के अपमान और कोटकपुरा गोलीकांड के आरोपियों को सजा दी जाए.

उन्होंने मांग की कि पंजाब के पूर्व गृह मंत्री डीजीपी सुमेध और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाकर दो सिंहों की हत्या करने वाले आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें जेल भेजा जाए. केंद्र सरकार स्वीकृत मांगों को लागू करे और लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी अजय मिश्रा को कैबिनेट से बर्खास्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई करे और उनके बेटे की जमानत रद्द कर उन्हें गिरफ्तार करे.

पढ़ें: posters of navjot-singh-sidhu: पंजाब में सिद्धू की रिहाई पर सस्पेंस, शहर में लगे पोस्टर

इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार में मुख्यमंत्री भगवंत मान चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने से भाग रहे हैं. हम सरकार को जनता से किए वादों को पूरा करने की चेतावनी दे रहे हैं, अन्यथा सरकार कड़े संघर्ष के लिए तैयार रहे. किसान नेताओं ने कहा कि बंदी सिंहों की रिहाई के लिए संगठन पूरे पंजाब से बड़ा काफिला लेकर एक फरवरी को राष्ट्रीय न्याय मोर्चा में शामिल होगा.

किसानों ने रोकी ट्रेनें

मोगा: किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेतृत्व में रविवार को तीन घंटे तक पंजाब के मोगा में ट्रेनों को रोक लिया गया. इस बीच किसानों और मजदूरों ने केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मोगा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन पर धरने पर बैठे किसानों की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए, राज्य नेता राणा रणबीर सिंह थट्ठा ने कहा कि '29 जनवरी, 2021 को भाजपा नेता प्रदीप खत्री और अमन द्वाल आरएस के गुंडों को दिल्ली ले गए.'

उन्होंने आगे कहा, 'उन्होंने पुलिस की मिलीभगत से तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए सिंघू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के मंच पर हमला कर दिया. दर्जनों किसानों को घायल कर दिया और महिलाओं के टेंटों के सामान को तोड़ दिया और धरने को नाकाम करने की कोशिश की. उसके बाद से केंद्र सरकार ने उक्त आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसके चलते आज पंजाब में ट्रेनों को रोकना पड़ा.'

उन्होंने कहा कि हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि हमले के दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. नेताओं ने कहा कि अगर हमने पंजाब में 51 दिनों तक मांग की थी तो सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों को रिहा किया जाए. आज के रेल रोको आंदोलन में केंद्र और पंजाब सरकार से पुरजोर मांग है कि सरकार दोहरा मानदंड नहीं अपनाए और सिखों को समान नागरिक माने और अपनी सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों को तुरंत रिहा किया जाए और गुरु ग्रंथ साहब के अपमान और कोटकपुरा गोलीकांड के आरोपियों को सजा दी जाए.

उन्होंने मांग की कि पंजाब के पूर्व गृह मंत्री डीजीपी सुमेध और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाकर दो सिंहों की हत्या करने वाले आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें जेल भेजा जाए. केंद्र सरकार स्वीकृत मांगों को लागू करे और लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी अजय मिश्रा को कैबिनेट से बर्खास्त कर उनके खिलाफ कार्रवाई करे और उनके बेटे की जमानत रद्द कर उन्हें गिरफ्तार करे.

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इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार में मुख्यमंत्री भगवंत मान चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करने से भाग रहे हैं. हम सरकार को जनता से किए वादों को पूरा करने की चेतावनी दे रहे हैं, अन्यथा सरकार कड़े संघर्ष के लिए तैयार रहे. किसान नेताओं ने कहा कि बंदी सिंहों की रिहाई के लिए संगठन पूरे पंजाब से बड़ा काफिला लेकर एक फरवरी को राष्ट्रीय न्याय मोर्चा में शामिल होगा.

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