राजकोट: कारोबार के सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका गए एक युवक का अपहरण कर लिया गया. पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपये की फिरौती देनी पड़ी. इस बीच दक्षिण अफ्रीकी पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया और व्यवसायी को अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया. कारोबारी गुजरात लौट गया. अब पीड़ित परिवार की मांग है कि उसे फिरौती के पैसे वापस लौटाए दिए जाएं.
राजकोट का एक युवक व्यापार के लिए दक्षिण अफ्रीका गया. वहां के हवाई अड्डे पर उतरने के बाद अपहरणकर्ताओं ने उसका अपहरण कर लिया और डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई. हालांकि, बाद में कारोबारी को छोड़ने के लिए 30 लाख रुपये पर मान गया. पीड़ित परिवार का कहना है कि पिता ने फिरौती के लिए रुपये भेज दिया जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने उसे छोड़ दिया.
इस घटना को लेकर केयुर मल्ली नाम के युवक ने ईटीवी से बातचीत में कहा,'मैं इंपोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस करता हूं. मैं कबाड़ आयात करने के लिए वहां गया था. वहां जिन लोगों से मिलना था वे मूल रूप से पाकिस्तान थे. जब मैं हवाई अड्डे पर उतरा तो मुझे इन लोगों ने अगवा कर लिया. मुक्त करने के एवज में डेढ़ करोड़ रुपए की फिरौती मांगी. अंत में 30 लाख रुपये पर समझौता हुआ. मेरे पिता ने मुझे 30 लाख दिए जिसके बाद वे मुझे छोड़कर चले गए.
केयुर ने कहा कि जब मेरे पिता को इस बारे में पता चला तो उन्होंने भारत सरकार और राजकोट पुलिस से संपर्क किया. तब राजकोट पुलिस ने इस मामले में हमारी काफी मदद की. लेकिन, 30 लाख तो नहीं लौटाए जो मेरे पिता ने फिरौती के रूप में दिए थे. पीड़ित परिवार को उम्मीद है कि उसे सरकार के हस्तक्षेप से 30 लाख रुपए वापस कर दिए जाएंगे.
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कारोबारी के पिता प्रफुल्लभाई मल्ली ने ईटीवी से कहा, 'मेरा बेटा कारोबार के सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग गया था. जब वह हवाईअड्डे पर उतरा तो टैक्सी चालकों ने उसका अपहरण कर लिया. छोड़ने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये की मांग की. हमने राजकोट पुलिस से संपर्क किया. इस बीच अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपये दिए. अपहरणकर्ताओं ने बेटे को एयरपोर्ट पर छोड़ दिया.