नई दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद ने हरियाणा की खट्टर सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि धर्मांतरण के मामलों में खट्टर सरकार को उत्तर प्रदेश के योगी सरकार से सीख लेनी चाहिए. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि हरियाणा के मेवात क्षेत्र में सैंकड़ो धर्मांतरण के रैकेट चलाए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन दबाव में काम करता है और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो पाती.
उन्होंने कहा कि समुदाय विशेष के कुछ नेता इसमें अड़ंगा डालते हैं और प्रसाशन उनके दबाव में आ जाता है. सोमवार को हरियाणा के नुह से जिस अबुल बकर को गिरफ़्तार किया गया है. उसे पहले भी पुलिस ने हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में वह छूट गया. नतीजा है कि उसके हौसले बुलंद हो गए और उसने दोबारा धर्मांतरण रैकेट चलाने का काम शुरू कर दिया.
खट्टर सरकार ने मेवात से हिंदुओं के पलायन पर तामाम वादे और दावे किये थे, लेकिन अब तक हरियाणा में धर्मांतरण के खिलाफ कोई सख्त कानून नहीं बन सका है. इस पर बात करते हुए सुरेंद्र जैन ने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को योगी सरकार के रास्ते पर चलना चाहिए और हरियाणा में भी धर्मांतरण के खिलाफ यूपी की तर्ज पर ही सख्त कानून बनाना चाहिये. विहिप महामंत्री हरियाणा सरकार की अब तक कि कार्रवाई से कुछ असंतुष्ट भी दिखे.
उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भाजपा सरकार होने के बावजूद सबसे ज्यादा धर्मांतरण के मामले इन दोनों राज्यों से ही समय समय पर उजागर होते रहते हैं. हालांकि विहिप महामंत्री का कहना है कि देश के लगभग सभी राज्यों में लोगों को बहला फुसला कर या जबरन धर्मांतरण के रैकेट बड़े स्तर पर चलाए जा रहे हैं.विहिप ने एक बार फिर धर्मांतरण पर केंद्रीय कानून की मांग को भी दोहराया है.
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सुरेंद्र जैन ने कहा छत्तीसगढ़ विधानसभा में धर्मांतरण पर कानून बनाने के लिए प्राइवेट मेंबर एक विधायक द्वारा लाया गया, लेकिन राज्य की कांग्रेस सरकार ने उस बिल का समर्थन नहीं किया.
विहिप महामंत्री का कहना है कि इस गंभीर मामले पर कानून बनाने की उम्मीद केवल भाजपा सरकार से ही है और अब सही समय आ गया है कि केंद्रीय कानून बना कर धर्मांतरण पर सरकार सख्ती दिखाए.